चण्डीगढ़ के नगर निगम चुनावों के बाद कांग्रेस पार्टी का संकट बढ़ता जा रहा है। शहर के वार्ड नंबर 10 के पार्षद हरप्रीत कौर बांबला के भाजपा का दामन थामने के बाद कांग्रेस को एक और झटका लग सकता है। वार्ड नंबर 5 से पार्षद दर्शना सिंह भी भाजपा के साथ जा सकती हैं।
अगर सूत्रों की माने तो कांग्रेस पार्षद को भाजपा सदस्यों के साथ शिमला में देखा गया है। आपको बता दें कि चण्डीगढ़ निकायों के बाद दल-बदल से बचाने के लिए सभी पार्टियों ने अपने पार्षदों को दूसरे शहरों में स्थनांतरित कर दिया है। इस सिलसिले में भाजपा ने अपने पार्षदों को शिमला बुला लिया था, लेकिन ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस अपने पार्षदों को बचाने में कामयाब नहीं हो रही है।
कांग्रेस पहले ही हरप्रीत कौर बांबला को खो चुकी है और अब अगर दर्शना सिंह भी पार्टी का साथ छोड़ती हैं तो पार्टी महज़ 6 पार्षदों के साथ नगर निगम की सभा में रह जाएगी। वहीं, भाजपा अपनी गिनती 12 से 14 तक ले आएगी। पर भाजपा को मेयर बनाने के लिए अभी और मशक्कत करनी पड़ेगी।
35 सदस्यीय चण्डीगढ़ नगर निगम की सभा में मेयर का पद लेने के लिए 19 वोट चाहिए। अभी भाजपा के पास 14 वोट हैं। अगर दर्शना सिंह भी भाजपा में आ जाती हैं तो पार्टी के पास 15 वोट हो जाएंगे।