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मोदी सरकार के दौरान बनने वाले 12 एम्स की क्या है प्रगति, पढ़िए स्टेटस रिपोर्ट

समाचार फर्स्ट |

मोदी सरकार ने साल 2014 से अब तक 12 नए अखिल भारतीय अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ( एम्स) बनाने की घोषणा की है। साल 2014-15 के अपने बजट भाषण के दौरान मोदी सरकार ने चौथे चरण में 4 एम्स के निर्माण की घोषणा की थी।

जिनमें मंगलागिरी, नागपुर, गोरखपुर और कल्याणी में एम्स बनेगा। इनकी घोषणा के बाद मोदी सरकार ने अगले साल यानी 2015-16 के बजट भाषण में हिमाचल, पंजाब, तमिलनाडू, बिहार और जम्मू कश्मीर में एक एम्स बनाना तय किया गया है। और इसी सरकार ने 2017-18 में गुजरात और झारखंड में एम्स खोलने की घोषणा की।

हर राज्य में बन रहे एम्स का निर्माण प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत किया जा रहा है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से प्राप्त सूचना के अनुसार चल रहे एम्स प्रोजेक्ट पर ये स्टेटस रिपोर्ट पढ़िए..

एम्स मंगलागिरी

केन्द्रीय कैबिनेट ने 7 अक्टुबर 2015 में आन्ध्रा प्रदेश के मंगलागिरी में संस्थान खोलने की स्वीकृति दी थी। इस प्रोजेक्ट की लागत 1,618 करोड़ स्वीकृत की गई है। अभी तक, संस्थान की बांउड्री वॉल बनी है और इसके मास्टर प्लान को अंतिम रूप दिया गया है। जो एजेंसी इस प्रोजेक्ट को डिजाइन करेगी और संस्थान बनाएगी उसका चुनाव कर लिया है।

एम्स नागपुर

केन्द्रीय कैबिनेट ने 7 अक्टुबर 2015 में महाराष्ट्र के नागपुर में संस्थान खोलने की स्वीकृति दी । इस प्रोजेक्ट की लागत 1,577 करोड़ स्वीकृत की गई है। एम्स नागपुर के मास्टर प्लान को अंतिम रूप दिया गया है और संस्थान की बांउड्री वॉल लगभग बनने वाली है।ॉ

एम्स गोरखपुर

20 अक्टुबर 2016 को स्वीकृति मिली, इस प्रोजेक्ट की लागत 1, 011करोड़ स्वीकृत की गई है। इसके एजेंसी, मृदा सर्वे और राज्य से केन्द्र को भूमि ट्रांसफर का कार्य पूरा कर लिया गया है।    

एम्स कल्याणी

पश्चिम बंगाल के कल्याणी  में बनने वाले एम्स को 7 अक्टुबर 2015 में स्वीकृति मिली, इस प्रोजेक्ट की लागत 1, 754 करोड़ रूपए स्वीकृत किए गए है। संस्थान की बांउड्री वॉल का काम चल रहा है।

एम्स असम

असम के कमरूप जिले के जालाह गांव में एम्स के लिए जगह को चुना गया है। एम्स असम  को 24 मई 2015 में स्वीकृति मिली, इस प्रोजेक्ट की लागत 1,123 करोड़ रूपए स्वीकृत की गई है। पर संस्थान की जगह को लेकर पर्यावरण सम्बन्धी दिक्कतें चल रही है। जिसको लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल कोलकाता ने रोक लगा दी थी। नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल के अंतिम आदेश में बदलाव करते हुए कहा कि विवादित क्षेत्र मामले में कोई एक्टिविटी केस के अंतिम परिणाम का विषय होगा। 

एम्स बिहार

अभी तक निर्माण कार्य के लिए भूमि उपलब्ध नहीं है। इसके लिए केन्द्र सरकार ने बिहार सरकार से 200 एकड़ भूमि की मांग की है।

एम्स हिमाचल

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1350 करोड़ रूपए के एम्स प्रोजेक्ट का 3 अक्टुबर 2017 को बिलासपुर में शिलान्यास किया है।  

एम्स जम्मू कश्मीर 

7 अक्टुबर 2015 को केन्द्र ने जम्मू और कश्मीर को बंपर पैकेज देते हुए दो एम्स बनाने की घोषणा की है। केन्द्र ने जम्मू और कश्मीर की दो राजधानियों में एक-एक एम्स खोलने का प्रस्ताव है। जम्मू  के लिए सांबा जिले का विजयपुर और कश्मीर के लिए पुलवामा जिले के अवंतीपुरा को चुना गया है। इसके कंस्ट्रक्शन एजेंसी CPWD को चुना गया है। फिलहाल, परियोजना स्थलों पर पूर्व-निवेश गतिविधियां चल रही हैं।

एम्स पंजाब

पंजाब में  एम्स  बनाने के लिए भटिंडा को चुना गया है जिसके लिए 925 करोड़ रूपए स्वीकृत है। संस्थान की बांउड्री वॉल बन रही है। इसका शिलान्यास 7 जुलाई 2016 किया गया।

एम्स तमिलनाडु

8 मई 2015 को केन्द्र की टीम ने एम्स साइट का निरीक्षण किया और अपनी रिपोर्ट केन्द्र सरकार को सौंपी। हाल ही में, नए एम्स की साइट के चयन के लिए चैलेंज विधि के तहत एक नया मानदंड तैयार किया गया था जिसके चलते चयन सचिवों की एक समिति द्वारा उसमें कुछ परिवर्तन किए गए थे। इस समूह में कैबिनेट सचिवालय (समन्वय), उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, आर्थिक मामलों, शहरी विकास सचिव, नीति आयोग के सीइओ शामिल हैं।

फिलहाल, कोई निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है।

एम्स गुजरात

2017-18 की बजट भाषण के दौरान इस प्रोजेक्ट की घोषणा की गई। केन्द्र ने एक्सीक्युटिंग एजेंसी का चुनाव कर लिया है। राज्य सरकार से तीन-चार साइट्स की मांग की है।

एम्स झारखंड 

इस साल  के बजट भाषण के दौरान सरकार ने एम्स झारखंड के निर्माण की घोषणा की गई है। देवगढ़ को एम्स साइट के लिए चुना गया है। केन्द्र ने एक्सीक्युटिंग एजेंसी का चुनाव कर लिया है।