विधानसभा सत्र के अंतिम दिन शनिवार को ऋण के मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के बीच तीखी-नोक झोंक हुई। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हिमाचल की सतारूढ़ बीजेपी सरकार ने अपने वर्तमान कार्यकाल में 2 हजार 711 करोड़ का ऋण लिया है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधानसभा में कांग्रेस विधायकों रमेश चंद ध्वाला, राजेंद्र राणा और जगत सिंह नेगी के संयुक्त सवाल के लिए जवाब में बताया कि कांग्रेस की सरकारों ने ऐसे हालात बना दिए कि विकास कार्यों के लिए ऋण लेना आवश्यक हो गया है। उन्होंने कहा कि पूर्व की कांग्रेस शासित वीरभद्र सिंह सरकार ने साल 2013 से 2017 के अपने पांच साल के कार्यकाल में 18 हजार 784 करोड़ का ऋण लिया था। लेकिन भाजपा की सरकार ने अपने पौने दो साल के कार्यकाल में अब तक दो हजार 711 करोड़ ऋण ही लिया है, जो कि कांग्रेस शासन की तुलना में बहुत कम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि साल 2018 में राज्य सरकार ने 1754 करोड़ और साल 2019 में अब तक 957 करोड़ का ऋण लिया है। इस तरह यह आंकड़ा दो हजार 711 करोड़ का बनता है। जयराम ठाकुर ने यह भी कहा कि कांग्रेस शासन में लिए गए ऋण के ब्याज को उनकी सरकार वापिस भी कर रही है।