मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोलन में मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में चल रहे उपचुनाव के लिए परिस्थितियां जरूर बदली हुई हैं और समीकरण भी अलग हैं। लेकिन जीत का समीकरण बीजेपी के पक्ष में ही है। उन्होंने कहा कि जीत का मार्जिन कितना होगा इसको लेकर हम कुछ नहीं कह सकते लेकिन बड़ी जीत बीजेपी की इन दोनों सीटों पर होने जा रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी हर चुनाव को चुनौती की तरह लेती है और यह चुनाव भी बीजेपी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
वहीं, कांग्रेस द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाने पर पूछे गए सवाल पर जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के पास आज कोई मुद्दा नहीं रह गया है। और जनता के बीच में जाने के लिए कुछ ना कुछ तो चाहिए। यही कारण है कि आचार संहिता का आरोप लगाकर कांग्रेस जनता के बीच में जाने का प्रयास कर रही है। लेकिन मेरी कांग्रेस को चुनौती है कि वह अपने आरोपों को साबित करके बताए। उन्होंने कहा कि यह वही कांग्रेस है जिन्होंने लोकसभा चुनावों के समय ईवीएम को लेकर बवाल किया था, क्योंकि उस समय भी कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं था।
मुख्यमंत्री ने दयाल प्यारी को लेकर कहा कि उन्हें चुनाव में नहीं खड़ा होना चाहिए था और इस विषय को लेकर हमने उनसे बात भी की थी लेकिन अब जब वह नहीं मानी है तो और चुनाव मैदान में है तो देखेंगे। बताते चलें कि हिमाचल प्रदेश में इस बार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ऊपर ही इस उपचुनाव का पूरी जिम्मेदारी है और यही कारण है कि जयराम ठाकुर लगातार चुनाव के हर गणित पर निगाह रखे हुए हैं। और अब उन्होंने भी माना है कि चुनाव इतना आसान नहीं हो रहा है और परिस्थितियां भी अब पहले जैसी नजर नहीं आ रही हैं।