देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के खतरे के बीच हिमाचल प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इस संबंध में आज सरकार ने बैठक के दौरान विस्तार में चर्चा की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए टेस्टिंग बढ़ाने का फैसला लिया गया। कोरोना के नियमों को सख्ती से लागू करने पर भी चर्चा की गई । हालांकि हिमाचल प्रदेश कोरोना टीकाकरण में देश के अन्य राज्यों से अभी भी पहले स्थान पर है लेकिन टीकाकरण लगाकर खुद को सेफ समझना उचित नहीं। कोरोना के नियमों का सख्ती से अभी भी पालन करना आवश्यक है ।
जयराम ठाकुर ने कहा कि ये कोरोना का ही एक रूप है जिससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। लेकिन सजग होकर रहने की आवश्यकता है। तीनों मूल मंत्र का पालन करना अभी भी उतना ही अनिवार्य है जितना कोरोना की पहली और दूसरी लहर के समय था। प्रदेश के स्कूलों में बच्चों का संक्रमित होना चिंता का विषय है। इस विषय में भी सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि बढ़ते मामलों को देखते हुए कोरोना की टेस्टिंग बढ़ाई जाएगी और ट्रैवल हिस्ट्री पर भी नजर रखी जाएगी ताकि अन्य लोग संक्रमित ना हो।
सत्र पर बोले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर
वहीं, आने वाले शीतकालीन सत्र को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण सत्र है और विपक्ष द्वारा पूछे गए हर सवाल का जवाब देने के लिए सत्तापक्ष पूरी तरह से तैयार है। बीते 4 सालों से विपक्ष के हर सवाल का जवाब दिया जा रहा है। इसके लिए सरकार अब भी पूरी तरह तैयार है।