परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर की पत्नी के एचआरटीसी के एमडी की सरकारी गाड़ी के दुरुपयोग के मामले में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सारा घटनाक्रम उनके ध्यान में है। वह इस मुद्दे को लेकर गंभीर हैं और सरकार इस पूरे मामले की जांच कराएगी। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग से रिपोर्ट मांग ली गई है। विभाग के एमडी की गाड़ी मंत्री की पत्नी के पास कैसे थी, इसकी जांच होगी। इस तरह की बातें कतई सहन नहीं करेंगे। दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
शिमला से धर्मशाला जाते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शुक्रवार सुबह घुमारवीं में कुछ देर रुके। अमर उजाला से बातचीत में उन्होंने यह जानकारी दी। इसके अलावा सीएम से पूछा कि क्या पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह को अपने हेलीकॉप्टर से चंडीगढ़ से शिमला लाने के पीछे विपक्ष को हेलीकॉप्टर के दुरुपयोग पर मुद्दाविहीन बनाना तो नहीं है? इस पर सीएम ने कहा कि वीरभद्र सिंह ने प्रदेश की बहुत सेवा की है।
मानवीय संवेदनाओं और उनकी उम्र को ध्यान में रखते हुए उन्हें हेलीकॉप्टर उपलब्ध करवाया गया। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने कुछ दिन पूर्व भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को हेलीकॉप्टर से लाने पर खूब हल्ला किया था, लेकिन हम राजनीति में रहकर भी संवेदनाओं से जुड़े हैं।
आईपीएच मंत्री ठाकुर महेंद्र सिंह ने कांग्रेस के पाइपों को लेकर लगातार दिए जा रहे बयानों पर विराम लगाया है। उन्होंने कहा कि यह विकास के काम कोई नए नहीं है जिनको लेकर कांग्रेस पार्टी बेवजह बवाल मचा रही हैं । उन्होंने कहा कि विकास के कामों की रफ्तार जो जयराम सरकार में पिछले लंबे समय से चल रही है उसको रोक पाना कांग्रेस पार्टी के नेताओं के हाथ में नहीं है। ठाकुर ने कहा कि दूसरी बात में स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि जिस तरह से पूरे देश में भाजपा के नाम की गंगा बह रही है और हर घर मोदी को वोट करने जा रहा हैं। उस लहर से कांग्रेस पार्टी के पसीने छूटते नजर आ रहे हैं और हिमाचल प्रदेश में तो सिर्फ उपचुनाव है। लेकिन, जहां-जहां अब चुनाव हो रहे हैं वहां पर कांग्रेस पार्टी का सफाया होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बेबुनियाद आरोप बीजेपी पर लगा रही है।
उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर को लेकर कहा कि आज पाइपों को लेकर उनका जो बयान का आया है उसका मैं पूरी तरह खंडन करता हूं। उन्होंने कहा कि जो काम चुनावों से पहले शुरू हुए हैं उनको नहीं रोका जा सकता और किसी भी तरह के चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया है और सिर्फ उन्हीं कामों को लेकर आगे बढ़ाया जा रहा है जो काम आचार संहिता लगने से पहले शुरू किए गए थे और यह पाइप में भी उसी काम का एक हिस्सा है