कांगड़ा जिला के दो दिवसीय दौरे के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एक तरफ जहां धर्मशाला में होने वाले उपचुनाव के लिए उम्मीदवार कौन होगा इसको लेकर नब्ज कार्यकर्ताओं के बीच में बैठने के बैठकर टटोलने का प्रयास किया।
वहीं, दूसरी तरफ उन्होंने पार्टी के भीतर चल रही चर्चाओं को भी विराम लगाया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के धर्मशाला से चुनावी मैदान में उतरने की बात को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह सिर्फ मीडिया की उपज है और जो भी उम्मीदवार पार्टी हाईकमान तय करेगी और सभी उसको जिताने के लिए काम करेंगे।
इससे एक बात स्पष्ट हो गई है कि एक तरह से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने धूमल के नाम पर उम्मीदवार के रूप में विराम लगा दिया है। हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की तरफ से इस विषय को लेकर कोई भी बयान अभी तक नहीं आया है।
भाजपा में इस बात को लेकर भी चर्चा है कि पवन राणा मंच से उतरकर नीचे बैठ गए कार्यकर्ताओं के बीच में लेकिन ऐसी क्या आवश्यकता भाजपा महामंत्री भाजपा के इस संगठन मंत्री को है कि वह भाजपा के हर कार्यक्रम का हिस्सा बनना चाह रहे हैं।
संगठन मंत्री की भागीदारी पार्टी में कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर करने तक ही रहती है और इस तरह का संदेश जो भाजपा के मंच से ही कांगड़ा जिला में निकला है। जहां पर पहले ही राजनीतिक ज्वालामुखी भड़का हुआ है तो कहीं ना कहीं पार्टी के भीतर इसे बड़े बदलाव के रूप में भी देखा जा सकता है।
इस तरह से यह कहा जा सकता है कि 2 दिन का मुख्यमंत्री का दौरा राजनीतिक चर्चाओं को हवा भी दे गया और साथ ही आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए खुद जयराम 2 दिन यहां रहकर कार्यकर्ताओं की नब्ज भी टटोल गए।