हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व विधायक रामनाथ शर्मा के निधन उन्हें याद करते हुए श्रद्धांजलि दी गई। बुधवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पूर्व विधायक और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष रामनाथ शर्मा के निधन पर शोकोदगार पेश करते हुए कहा कि उन्हें यह सूचना देते हुए अत्यंत दुख हो रहा है कि पूर्व विधायक रामनाथ शर्मा का 15 सितंबर को देहांत हो गया है। उन्होंने कहा कि जन्म 2 अप्रैल 1946 को ऊना जिले में जन्में राम नाथ शर्मा नौसेना में 8 वर्ष रहे थे। वे 1977 में पहली बार विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे और वे 1985 में फिर विधायक चुने गए थे और वे विधानसभा के उपाध्यक्ष भी रहे थे। वे वन निगम के उपाध्यक्ष भी रहे थे। उन्होंने कहा कि वे स्व. रामनाथ शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं और शोकाकुल परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हैं।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने शोकोदगार में हिस्सा लेते हुए विधायक दल की तरफ से उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि स्व. राम नाथ शर्मा वे विधानसभा के उपाध्यक्ष भी रहे थे। वे पिछले माह से चंडीगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती थे और कल सुबह निधन हो गया। उन्होंने कहा कि वे दो बार सरकारी उपक्रम के उपाध्यक्ष भी रहे। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
माकपा विधायक राकेश सिंघा, भाजपा सदस्य बलवीर सिंह, कांग्रेस सदस्य सतपाल रायजादा, विक्रमादित्य सिंह, आईडी लखनपाल, शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने भी शोकोदगार में हिस्सा लिया। विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने भी शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट की। उन्होंने ईश्वर से संपूर्ण परिवार को इस असहनीय दु:ख को सहन करने और दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की।