हिमाचल विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही जारी है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में काम रोको प्रस्ताव आज तक नहीं लाया गया। विपक्ष ने अभद्र तरीक़े से नारेबाजी कर रास्ता रोक दिया ये हिमाचल के लिए शर्मनाक है। एडीसी तक को धक्के मारे गए। सारे घटनाक्रम के लिए सरकार ने मंत्रियों सहित राज्यपाल से माफ़ी मांगी। लेकिन विपक्ष ने खेद तक नहीं जताया। देशभर में हिमाचल का नाम ख़राब हुआ है। विधानसभा उपाध्यक्ष के साथ सरकार है उनको उनकी सीट पर धमकाने नहीं दिया जाएगा। उनके साथ विक्रमादित्य का व्यवहार शर्मनाक है।
सत्ता पक्ष हर तरह की लड़ाई लड़ने को तैयार है लेकिन राज्यपाल के साथ किया गया व्यवहार ठीक नहीं था। इसके लिए किसी को माफ़ नहीं किया जाएगा। भाजपा कार्यालय में हमले और शांता कुमार की बाजू तोड़ने का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ये कांग्रेस की आदत रही है इस तरह से व्यवहार करती है। इस पर कांग्रेस पार्टी ने सदन में नारबाज़ी शुरू कर दी और सदन से दोबारा से वॉकआउट कर दिया।