मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह द्वारा करगिल युद्ध पर दिए बयान पर सवाल उठाए। जयराम ठाकुर ने कहा कि मुझे बहुत विचित्र लगा जब प्रतिभा सिंह ने करगिल को लेकर बयान दिया। “मैं किसी के बारे में व्यक्तिगत नहीं बोलता लेकिन कल जो उन्होंने कहा, उससे दुख पहुंचा। करगिल में हमारे हिमाचल के 52 जवान शहीद हुए और इस युद्ध को छोटी सी लड़ाई कहा जा रहा है।”
इससे पहले मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिभा सिंह पहले ही मंडी में कह चुकी हैं कि वो ये चुनाव नहीं लड़ना चाहती थीं। अगर ऐसा है तो उन्हें मजबूरी में इलेक्शन नहीं लड़ना चाहिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि आज मोदी जी के हाथों को मजबूत करने की जरूरत है। मैं खुले तौर पर कह रहा हूं कि मंडी हमारी थी और हमारी रहेगी। मंडी के लोगों को नेतृत्व करने का सौभाग्य मिला है। मंडी लोकसभा क्षेत्र लंबे अरसे से मुख्यमंत्री के लिए प्रयत्न कर रहा था। बारी-बारी से सभी लोकसभा क्षेत्रों से मुख्यमंत्रियों को मौका मिला। कांगड़ा, हमीरपुर, शिमला से भी मुख्यमंत्री बन चुके थे। आखिर में मंडी को मौका मिला।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के लोग आपके बीच आएंगे और कमियां निकालने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे पहले जब दिल्ली में कांग्रेस की सरकार होती थी तो लोगों को पता चलता था कि लाखों-करोड़ों का घोटाला हुआ। आज मोदी सरकार को बने हुए सात साल हो गए लेकिन एक रुपये का घोटाला नहीं हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज अपना कोई परिवार नहीं, देश के लोग ही उनका परिवार हैं। हमारा कर्तव्य है कि हम उन्हें और मजबूत करें।”
सीएम ने याद किए पूर्व सांसद रामस्वरूप शर्मा
बीजेपी के पूर्व सांसद का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि रामस्वरूप शर्मा का करसोग बहुत आना-जाना होता था। मैं जब भी उन्हें फोन कर पूछता था कि आप कहां हैं तो वो कहते थे कि मैं करसोग में हूं। आज हमें उनकी कमी महसूस हो रही है। वीरभद्र सिंह, महेश्वर सिंह, ठाकुर गंगा सिंह, प्रतिभा सिंह भी यहां से सांसद रहीं, लेकिन सबसे ज्यादा वोटों से जीतने का रिकॉर्ड रामस्वरूप शर्मा के पास है।