मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रविवार को मंडी विधानसभा क्षेत्र के बरयारा में खुशाल ठाकुर के पक्ष में वोट मांगे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेताओं पर भी निशाना साधा। सीएम ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह ने अपने भाषण में एक नहीं अनेक बार कहा कि मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहती थी, मुझे धकेल दिया गया। ऐसे शब्दों का इस्तेमाल उन्होंने खुद किया है।
वहीं, कांग्रेस विधायक आशा कुमारी के बयान पर पलटवार करते हुए सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की एक नेता मंडी में आकर कहती हैं कि नारी को कमजोर नहीं मानना चाहिए। हमने कमजोर कब माना? हमने तो इतना कहा कि लोकसभा के लिए मजबूर नहीं मजबूत कैंडिडेट चाहिए, जो खुशाल ठाकुर हैं। उन्होंने कहा कि “कांग्रेस की नेता रावण से भी तुलना कर रही थीं, किसकी तुलना कर रही थीं, मुझे मालूम नहीं। वो क्या कहना चाह रही हैं ये आज तक स्पष्ट नहीं कर पाई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कई लोग जमानत पर चले हुए हैं, लेकिन बातें बड़ी-बड़ी करते हैं।”
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “कांग्रेस के मित्रों ने मंडी में नॉमिनेशन के दिन जनसभा में बहुत सारी बातें कहीं। हमने तो अपनी तरफ से अच्छी शुरुआत करने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस ने कोई कसर नहीं छोड़ी।”
कांग्रेस राज में होते थे घोटाले
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में कांग्रेस के स्टार प्रचारकों कन्हैया कुमार और नवजोत सिंह सिद्धू पर भी निशाना साधा। सीएम ने यह भी याद दिलाया कि जब कांग्रेस की सरकार होती थी तो कैसे लाखों करोड़ के घोटाले होते थे। उन्होंने कहा कि आज केंद्र में मोदी सरकार को सत्ता में आए सात साल हो गए हैं और भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है। कांग्रेस की सरकार के समय तो भ्रष्टाचार ही होते रहते थे। कभी एक लाख 86 हजार करोड़ का घोटाला तो कभी एक लाख 76 हजार करोड़ रुपये का घोटाला होता था। आज एक-एक पैसा जनता पर खर्च हो रहा है।
‘चंबा से सिरमौर तक, ऊना से किन्नौर तक हिमाचल एक’
मुख्यमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि चंबा से सिरमौर तक, ऊना से किन्नौर तक पूरा हिमाचल एक है। प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में विकास हुआ है। कोरोना काल में भी हमने विकास को रुकने नहीं दिया। जब से हमारी सरकार सत्ता में आई है, हमने राजनीति में आई गंदगी को खत्म करने की कोशिश की है। हमने हरी टोपी, लाल टोपी, अपर हिमाचल-लोअर हिमाचल जैसी चर्चाओं को विराम लगा दिया। बदले की भावना वाली राजनीति को हमने रोका। यह सब इसलिए किया क्योंकि हमें विकास करना है।
सीएम ने कहा कि अगर इन्हीं बातों में लगे रहे तो विकास पर कम ध्यान जाता है। पिछली सरकार में यही होता था। आज परिस्थितियां बदल गई हैं। आज सरकार का चार साल का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है और कांग्रेस के पास सरकार के खिलाफ बोलने के लिए कुछ नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के मित्र मुझे कोरोना को लेकर घेरने की कोशिश करते हैं। उन्हें ये पता होना चाहिए कि हिमाचल वो राज्य है, जिसने कोरोना मैनेजमेंट में सबसे बेहतरीन काम किया। कोरोना काल में जब ढाई लाख लोग बाहर फंसे थे तो उन्हें वापस हिमाचल लाया गया। स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किया गया, जो कांग्रेस इतने साल सत्ता में रहने के बावजूद नहीं कर पाई। हिमाचल का वैक्सीनेशन मॉडल तो पूरे देश के लिए मिसाल है।