बीजेपी के स्टार प्रचारक एवं पूर्व मुख्यमंत्री वरिष्ठ बीजेपी नेता शांता कुमार ने कुल्लू के शाट में चुनावी जनसभा को संबोधित करते कहा राजनीति में लंबा बक्त बीत गया और देश की जनता के सहयोग से मुख्यमंत्री, केंद्र में मंत्री बना और अब राजनीति में उम्मीदवारी से संन्यास लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास अधिकतर उम्मीदवार अधार के है और कांगेस प्रचार में बीजेपी से पिछे है। कांग्रेस के वरिश्ठ नेता वीरभद्र सिंह मेरे मित्र हैं और वीरभद्र सिंह मजबूरी में कार्य कर रहे हैं। राजनीति में वीरभद्र सिंह गलत बात का कभी समर्थन नहीं कर सकते और जनता को ईशारा कर रहे हैं कि वे दल बदल की राजनीति के खिलाफ हैं और सुख राम ने कांग्रेस को जो धोखा दिया उसको नहीं भूल सकते।
उन्होंने कहा कि देश का दुर्भाग्य रहा है कि राजनीति का स्तर नीचा हो रहा है। अब नेता शब्द का सूचक नहीं रहा और सुभाष चंद्र बोस के समय नेता शब्द का प्रयोग होता था।लोकसभा चुनावों में हिमाचल में नेताओं ने अपनी जुवान पर संयम नहीं रखा और इस चुनाव में हिमाचल प्रदेश में दल बदल हुआ है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में राजनीति का स्तर हमेशा ऊंचा रहा है । राजनीति का विरोध करें लेकिन अपनी भाषा संयम रखें।
उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज विपक्ष के पास नरेन्द्र मोदी जैसा नेतृत्व नहीं है और सारा विपक्ष अलग थलग पड़ गया है और प्रधानमंत्री की उम्मीदवारी के लिए 4, 4 नेता दावेदारी पेश कर रहे है। प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी ने देश के लिए सैंकड़ों योजनाए शुरू की है और पिछले पांच सालों में भ्रष्ट्राचार के कारण देश का खजाना खाली हुआ था और उसको भरने के लिए ढाई साल कार्य किया और ढाई साल के समय में सैकड़ों योजनाओं से देश के विकास मे योगदान दिया है।