शहरी निकाय धर्मशाला के वार्ड-15 से कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर जीती रजनी ब्यास ने आज शिमला में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात की। इस मुलाकात से सियासी गलियारों में तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। क्योंकि धर्मशाला में किसी भी राजनीतिक दल को स्पष्ट बहुमत नहीं है, लेकिन एंटी डिफेक्सन लॉ के कारण दल बदल संभव नहीं है। निगम चुनाव के बाद अब दोनों राजीतिक दलों ने मेयर और डिप्टी मेयर के लिए होमवर्क शुरू कर दिया है। चारों नगर निगमों से मेयर और डिप्टी मेयर के संभावित चेहरों को दोनों राजनीतिक दलों ने शिमला बुला लिया है। मेयर और डिप्टी मेयर को लेकर भाजपा आज शाम बैठक करेगी। बैठक मुख्यमंत्री आवास ओक ओवर में संभावित है।
उधर, कांग्रेस के पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़कर जीती रजनी ब्यास के मुख्यमंत्री से मुलाकात के अब सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। हालांकि, रजनी ब्यास का कहना है कि वह अपने वार्ड की समस्याओं को लेकर शिमला में सीएम से मिली हैं और उन्होंने वार्ड की समस्याओं को लेकर सीएम को मांगपत्र भी सौंपा है। रजनी पूर्व में कांग्रेस से धर्मशाला की मेयर भी रह चुकी हैं।
धर्मशाला नगर निगम चुनाव में कांग्रेस और भाजपा, किसी को भी स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। कांग्रेस को पांच और भाजपा को आठ सीटें मिली हैं। 4 सीटों पर आजाद प्रत्याशी जीतकर आए हैं। ऐसे में धर्मशाला में सियासी जोड़तोड़ शुरू हो गया है। कांग्रेस की पूर्व मेयर रजनी ब्यास की शिमला में सीएम जयराम ठाकुर से मुलाकात ने सियासी गलियारों में हड़कंप मचा दिया है।