बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कांग्रेस पार्टी को कड़ा जवाब देते हुए कहा की जिस राजनीतिक दल ने कोविड-19 संकट काल के समय दो पैसे का काम नहीं किया वह आज बीजेपी को कोरोना फैलाने का जिम्मेदार ठहरा रही है। यह एक वैश्विक महामारी है और यह राजनीतिक दल का नाम पूछ कर नहीं आती, यह किसी को भी हो सकती है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कोविड-19 संकट काल के दौरान दिखा दिया कि केवल यह पार्टी राजनीतिक दल नहीं है पर एक सामाजिक संगठन भी है और पार्टी के हर कार्यकर्ता ने इस संकट काल के समय समाज के लिए बढ़-चढ़कर काम किया। लाखों लोगों को भोजन पैकेट उपलब्ध कराएं, घर घर मोदी राशन किट पहुंचाई और बड़ी संख्या में महिला मोर्चा द्वारा बनाए गए फेस कवर का वितरण भी किया। क्या कांग्रेस पार्टी ने इसमें से कोई काम किया ? नहीं, कांग्रेस पार्टी ने केवल राजनीति की, अपने कार्यालय में बैठकर राजनीतिक बयानबाजी की, घरों में अपने ड्राइंग रूम में बैठकर सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर टिप्पणियां की, इसके अलावा कांग्रेस पार्टी ने कोई काम नहीं किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के विधायक मोहनलाल बरागटा और कांग्रेसी नेता लखविंदर राणा और कई कांग्रेस नेता भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस के नेता कोविड-19 के टेस्ट कराने में भी कतरा रहे हैं। कांग्रेस के नेता केवल बीजेपी और प्रदेश सरकार की छवि खराब करने का कार्य कर रहे हैं पर आंकड़ों पर गौर नहीं कर रहे हैं। आज हिमाचल प्रदेश का रिकवरी रेट 80 प्रतिशत से ज्यादा है और केवल 16300 लोग कोरोना पोजिटिव पाए गए हैं जिसमें से 13000 से अधिक लोग ठीक हो चुके हैं। साथ ही हिमाचल प्रदेश की मृत्यु दर 1 प्रतिशत से भी कम है जो कि पूरे भारतवर्ष में बाकी राज्यों के मुकाबले बहुत कम है।
बीेज अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस को शायद कांग्रेस शासित प्रदेश नहीं दिखते हैं। जैसे पंजाब जहां पर मृत्यु दर 3 प्रतिशत से भी ज्यादा है और आज तक वहां 120000 लोग संक्रमित हो गए हैं उनमें से 3679 लोगों की मृत्यु हो गई है । इसी प्रकार महाराष्ट्र में 14 लाख से ज्यादा लोग इस महामारी की चपेट में आए हैं और मृत्यु दर 3 प्रतिशत से ज्यादा है। इस दृष्टि से हिमाचल प्रदेश आज भी इस संकट काल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में बहुत ही बेहतर काम कर रहा है।
सुरेश कश्यप ने कहा कि जब यह महामारी शुरू हुई थी तब हिमाचल प्रदेश के पास केवल 60 वेंटिलेटर थे और आज हिमाचल प्रदेश के पास 640 वैंटिलेटर है। उन्होनें कांग्रेसी नेताओं को सलाह देते हुए कहा कि पहले जयराम सरकार और केंद्र सरकार दोनों के अच्छे कार्यों को ध्यान से पढ़े और फिर बयानबाजी करें केवल सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश ना करें।