प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के संयोजक असगर अली को निलंबित करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। असगर ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की कार्रवाई को ही अनुचित करार दे दिया है। उनका कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर के पास मुझे निलंबित करने का अधिकार नहीं है। वह मुझे निलंबित करने का सिर्फ अनुमोदन कर सकते हैं। निलंबन का निर्णय लेने का अधिकार अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन के पास है। उनके आदेशों को मानने के लिए ही वह बाध्य है, इसलिए उनका निलंबन फर्जी है।
असगर ने कहा कि उन्होंने कोई भी पार्टी विरोधी टिप्पणी नहीं की है। यह जानना और सवाल पूछना कांग्रेस कार्यकर्ताओं का अधिकार है कि पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए भेजे गए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल क्या निजी कार्यों और परिवार सहित मंदिर जाने के लिए भी किया जा सकता है। एक तरफ तो पार्टी नेता संसाधनों की कमी का रोना रो रहे हैं और दूसरी तरफ आलाकमान की तरफ से भेजे गए हेलिकॉप्टर का गलत उपयोग किया जा रहा है। ऐसा करने वालों पर पार्टी हाईकमान को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में चुनाव में हार की जिम्मेवारी कुलदीप राठौर, वीरभद्र सिंह और मुकेश अग्निहोत्री की है जिन नेताओं ने दिल्ली हाई कमान के समक्ष अपना चुनावी एजेंडा रखा जो कि पूरी तरफ से असफल साबित हुआ। इन तीनों नेताओं की नैतिकता दिखा कर चुनाव में हार की जिम्मेवारी लेनी चाहिए। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी के कार्यकर्ताओं के दिलों में हैं केवल राहुल गांधी ही मोदी और भाजपा के खिलाफ जंग लड़ सकते हैं और पार्टी के पुनः गठन के लिए इन तीनों नेताओं को अपना पद छोड़ कर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा पार्टी संगठन की पुनः संरचना में सहयोग करना चाहिए ।
असगर अली ने कहा कि जबरन निलंबन को अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संज्ञान में लाया जाएगा। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हिमाचल में पार्टी को आगे बढ़ाने के बजाए खत्म करने का काम कर रहे हैं।
असगर अली ने प्रदेश अध्यक्ष से उठाए ये सवाल
-लोकसभा चुनाव के दौरान सार्वजनिक मंचों से कांग्रेस के खिलाफ टिप्पणियां करने वाले नेताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
-पूर्व सीएम पार्टी कार्यकर्ताओं को कबाड़ व गंद कहते हैं, उन पर कार्रवाई क्यों नहीं की।
-पूर्व सीएम ने कांग्रेस की चुनावी जनसभाओं में पीएम नरेंद्र मोदी व सीएम जयराम ठाकुर की तारीफ की। इससे पार्टी को चुनावों में नुकसान हुआ। पूर्व सीएम के विरुद्ध एक्शन क्यों नहीं लिया गया।
-पार्टी के लिए दिन-रात मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं को क्यों निशाना बनाया जा रहा है।
-पार्टी के किसी भी बड़े नेता ने अभी तक हार की नैतिक जिम्मेवारी क्यों नहीं ली।
-पार्टी महासचिव एवं विधायक विक्रमादित्य सिंह द्वारा बीजेपी के केन्द्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर को उनके राज्यमंत्री बनने की घोषणा से पहले ही बधाइयां देने में दिखाई गई उत्सुकता पर क्या संज्ञान लिया गया।