हमीरपुर: जहरीली शराब मामले में नाम सामने आने के बाद हमीरपुर कांग्रेस के महासचिव नीरज ठाकुर को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। हमीरपु जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र जार ने निष्कासन के आदेश जारी किए हैं। साथ ही उन्होंने इसकी सूचना प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर को भी दे दी है।
राजेंद्र जार ने कहा कि जांच में नाम सामने आने के बाद नीरज को जिला महासचिव के पद से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि किसी भी गैर कानूनी कार्यों में संलिप्त व्यक्ति को पार्टी में कोई स्थान नहीं है। नीरज 2011 से 2016 तक पंचायत उपप्रधान रहने के बाद लंबे समय से जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यक्रमों में भाग लेकर हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के दावे कर रहा था।
बताया जा रहा है कि नीरज भागने की फिराक में था। उसे शहर न छोड़ने की हिदायत दी थी लेकिन वह चंडीगढ़ पहुंच गया, जहां पंजाब में तैनात एसआईटी ने उसे दबोच लिया। सूत्रों के मुताबिक नीरज को एसआईटी मुख्य सरगना बना सकती है। नीरज के यहां से पकड़ी शराब का मिलान सुंदरनगर में शराब पीने से हुई सात लोगों की मौत के मामले से किया जा रहा है।
वहीं, एसआईटी ने कांग्रेस नेता की संपत्तियों का रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा के कि नीरज कुछ साल पहले यह एक शराब ठेके पर सेल्समैन के तौर पर काम करता था। वर्तमान में उसके पास लंबलू में एक बहुमंजिला होटल है। चंडीगढ़ में कोठी है। जिला भर में 17 शराब ठेकों का मालिक है। लग्जरी कारें भी हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि एक शराब ठेके पर सेल्समैन महज़ आठ से दस सालों में कैसे होटल, लग्जरी गाड़ियों और शराब ठेकों का मालिक बन गया।