सेंट्रल यूनिवर्सिटी के शिलान्यास को कांग्रेस महासचिव ने चुनावी स्टंट बताया है। रजनीश किमटा ने कहा कि चुनावों से ठीक पहले सरकार धड़ाधड़ घोषणाएं कर रही है, लेकिन क्या सरकार ने इन घोषणाओं के लिए बजट प्रावधान किया है। सेंट्रल यूनिवर्सिटी का शिलान्यास भी इसी का ही एक हिस्सा जान पड़ रहा है। क्योंकि न तो टेंडर हुआ और न ही फ़ॉरेस्ट क्लीयरेंस मिली।
रजनीश किमटा ने कहा कि हवा में मह़ल ख़़ड़े नहीं होते हैं। चुनावों के समय लोगों की भावनाओं के साथ खेलना बीजेपी की फितरत है और देश-प्रदेश के लोग सब जान चुके हैं। रजनीश किमटा ने प्रदेश सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि एक वर्ष के कार्यकाल में इस कि कोई ऐसी उपलब्धि नही है, जिसे वह अपना कह सकें। अभी तक अधिकरियों ओर कर्मचारियों की उठापटक और प्रताड़ना ही इस सरकार की उपलब्धि मानी जा सकती है।
रजनीश किमटा ने कहा है कि सरकार प्रदेश के लोगो की समस्याएं दूर करने में पूरी तरह असफल रही है। प्रदेश सरकार केंद्र से कोई भी आर्थिक सहायता लाने में भी असफल रही है। प्रदेश कर्जे में डूब रहा है और सरकार अपने राजनीतिक लाभ के लिये लोक लुभानी घोषणाओं में जुटी है।