हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता विद्या स्टोक्स नामांकन रद्द होने से खासी नाराज दिख रही हैं। नामांकन रद्द होने के बाद मैडम स्टोक्स ना तो अभी प्रचार में उतरी हैं और ना ही दीपक राठौर के पक्ष में वोट मांगती नजर आ रही हैं।
हालांकि, इसकी दूसरी वजह उनकी तबीयत का खराब होना बताया जा रहा है। लेकिन, जिस तरह ठियोग सीट से चुनाव में लड़ने के लिए मैडम स्टोक्स ने एनर्जी दिखाई है, उससे ये कहना मुश्किल नहीं होगा कि वह स्वास्थ्य के चलते आराम फरमा रही हैं या फिर कोई आपसी खुनस यहां चल रही है?
खैर जो भी हो लेकिन कांग्रेस की वरिष्ठ नेता होने के नाते उनका चुनावी प्रचार में ना उतरना ठियोग कांग्रेस कैंडिडेट के लिए भारी पड़ सकता है। इस बार ठियोग से कांग्रेस कैंडिडेट दीपक राठौर की सीधी टक्कर सीपीआईएम नेता राकेश सिंघा और बीजेपी कैंडिडेट राकेश विर्मा के साथ है। ये दोनों पार्टी के पुराने के नेता और चुनावी प्रचार में उतर चुके हैं, जबकि कांग्रेस कैंडिडेट दीपक राठौर एक नए चेहरे के रूप में उभरे हैं।
वहीं, विजय पाल खाची भी दीपक राठौर के खिलाफ बगावती तेवर दिखा सकते हैं। क्योंकि, पहले उनका ही नाम कांग्रेस कैंडिडेट के तौर पर लिया जा रहा था। यहां तक मुख्यमंत्री वीरभद्र ने उन्हें अपने फेसबुक वॉल से टिकट की बधाई तक दे दी थी। लेकिन, बाद में टिकट पर किसी और का नाम देखकर वरिष्ठ नेताओं ने में खूब खलबली हुई और टिकट मैडम स्टोक्स को ही दिया गया।
सोनिया के साथ चुनावी प्रचार में उतर सकती हैं स्टोक्स
कहा तो ये भी जा रहा है कि विद्या स्टोक्स अब सीधे सोनिया गांधी और वीरभद्र सिंह के साथ चुनावी प्रचार में उतरेंगी। लेकिन, अभी तक सोनिया का कोई हिमाचल दौरा फिक्स नहीं हुआ और चुनाव प्रचार में कुल 12 से 15 दिन बाकी रह गए हैं।