बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि कांग्रेस के नेता बौखलाहट में हैं। सत्ती ने कहा कि विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री, प्रदेश कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर और प्रदेश कांग्रेस के सह-प्रभारी गुरकीरत कोटली जनता को ब्यानों से गुमराह कर रहे हैं और बीजेपी के खिलाफ झूठा दोष रोपण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में कांग्रेसी नेता मानसिक संतुलन खोकर बयानबाजी कर रहे हैं। बीजेपी नेताओं को जनसभाओं में मिल रहे भारी जनसमर्थन से कांग्रेस नेताओं की नींद उड़ी हुई है। कांग्रेस दोष-रोपण से चुनाव जीतना चाहती है। कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग के रुप में कार्य कर रही है और कांग्रेस के नेता एक दूसरे को नीचा दिखाने में लगे हुए हैं।
सतपाल सत्ती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने धर्मशाला में जिस विप्लव ठाकुर को अपना चुनाव प्रभारी बनाया है वे धर्मशाला में हमेशा केंद्रीय विश्वविद्यालय का विरोध करती रही हैं। कांग्रेस इस पर अपना रुख स्पष्ट करे। कांग्रेस ने हमेशा जनता से वोट लेकर उनसे धोखा किया है। प्रदेश में जो भी विकास हुआ है वे बीजेपी के समय में हुआ है। कांग्रेस ने विकास की जगह भ्रष्टाचार किया और जनता को गुमराह कर राजनीति करती है।
उन्होंने कहा कि सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को लेकर कांग्रेस जो अफवाहें फैला रही है वो उपचुनाव में उनकी हार की बौखलाहट है। कांग्रेस हमेशा ही विकास विरोधी रही है। पच्छाद विस क्षेत्र में जो विकास हो रहा है कांग्रेस उसे रोकने का प्रयास कर रही है। बीजेपी नें धर्मशाला और पच्छाद दोनों जगहों पर युवा और पढ़े लिखे उम्मीदवारों को चुनाव मतैदान में उतारा है। कांग्रेस धर्मशाला और पच्छाद दोनों जगहों पर चुनाव हारेगी। सती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से 370 ओर 35 ए को लेकर जो रुख रहा है जनता चुनावों में उसे सबक सिखाएगी।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता ने बीजेपी प्रत्याशी विशाल नैहरिया को धर्मशाला से जीताने का मन बना लिया है और उनके जीतने से धर्मशाला में विकास ओर तेज गति लेगा। सतपाल सती ने कहा कि बीजेपी को नसीहत देने वाले कांग्रेसी नेता अपने अपने कुनबे को संभाले। कांग्रेस पार्टी हमेशा नोटिफिकेशन की ही राजनीति करती है। धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाने के लिए कांग्रेस ने कागजी नोटिफिकेशन ही जारी की थी। जबकि दूसरी राजधानी के लिए धरातल में कोई काम नहीं किया।
उन्होंने कहा कि नोटिफिकेशन से कोई शहर राजधानी का नाम धारण नहीं कर लेता है। धर्मशाला को अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर जाने का कार्य धूमल सरकार के कार्यकाल में शुरु हुआ था। जब धर्मशाला के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में अंतर्राष्टीय क्रिकेट मैच होता है तो पूरे विश्व में धर्मशाला का नाम रोशन होता है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने धर्मशाला को स्मार्ट सीटी का नाम दिया है और देश को जातिवाद से बाहर निकाल रहे हैं। विरोध भी करो ओर खाते भी रहो यह कांग्रेस की फितरत रही है।