2019 के लोकसभा चुनाव में अप्रत्याशित पराजय के बाद कांग्रेस पार्टी में मंथन का दौर जारी है । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अध्यक्ष पद छोड़ने का एलान कर दिया । जिसके बाद राहुल गांधी को पद न छोड़ने की अपिल कई कांग्रेस नेताओं ने की । हालांकि राहुल गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि वो अपने फैसले से पीछे नहीं हटेंगे ।
अब राहुल गांधी के सिद्धांतों पर चलते हुए कई कांग्रेसियों ने अपने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है । शुक्रवार को सौ से ज्यादा कांग्रेस नेताओं ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया । इनमें विशेषकर युवा संगठनों से निकले पदाधिकारी शामिल हैं जो आज कांग्रेस में स्थापित नेता हैं ।
इनमें प्रमुख तौर पर वीरेंद्र सिंह राठौर, जो युवा कांग्रेस में काम करने के बाद कांग्रेस में सचिव थे । इन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है । जितेंद्र बघेल भी युवा कांग्रेस की पृष्ठभुमि से आते हैं और वर्तमान में सचिव हैं । इन्होनें भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है । वीरेंद्र वशिष्ठ कांग्रेस में सचिव के साथ ही ओवरसीज कांग्रेस में भी सचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे थे । उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया है ।
इसके अलावा हिमाचल कांग्रेस के महासचिव रघुबीर सिंह बाली ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है । रघुबीर सिंह बाली हिमाचल प्रदेश से पहले पदाधिकारी हैं, जिन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है । रघुबीर सिंह बाली की भी पृष्ठभुमि युवा कांग्रेस की ही है । इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के सबसे चर्चित युवा चेहरों में शुमार है । रघुबीर सिंह बाली को जबसे महासचिव पद की जिम्मेदारी दी गयी है, वो लगातार अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करते रहे हैं । UPA 2 की सरकार हो या 2014 के बाद, जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं रही । रघुबीर सिंह बाली को पार्टी की ओर से जो भी जिम्मेदारी दी गयी, उसे उन्होंने सफलतापुर्वक पुरा किया ।
इन सभी कांग्रेसियों ने अपना इस्तीफा AICC को भेज दिया है । इन सभी को कहना है कि हमें कांग्रेस अध्यक्ष पर पुरा एतबार है । हमारी आस्था राहुल गांधी के प्रति है । हार की जिम्मदेरी सिर्फ अध्यक्ष की नहीं, हम सब की है । जब उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है तो हम अपने नेता के सम्मान में अपने अपने पदों से इस्तीफा दे रहे हैं।