ऊना के गगरेट में आयोजित कांग्रेस जनसभा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि उम्र के इस पड़ाव में उनकी अपनी कोई राजनीतिक इच्छा नहीं है। अब मैं सिर्फ राहुल गांधी को मजबूत बनाने के लिए मैदान में हूं। मेरा लक्ष्य राहुल गांधी को ताकत देना है और इसके लिए हिमाचल ने लोकसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं को तैयार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि नेहरू गांधी परिवार से मैंने राजनीति शुरू की और आज भी इस परिवार का पूरा सहयोग मुझे मिला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हमारे सर्वमान्य नेता है, उनके नेतृत्व में मोदी सरकार की हवा निकली है। राहुल गांधी ने हर मंच पर केंद्र सरकार की नीतियों की पोल खोली है। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि हम राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस को मजबूती के साथ आगे बढ़ाएंगे।
हिमाचल प्रदेश के छह बार सीएम रह चुके वीरभद्र सिंह ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर सवाल खड़े किए हैं।सूत्रों की माने तो हिमाचल के 2017 विधानसभा चुनाव में भाजपा के सीएम उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल को हराने वाले सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा के घर पहुंचे वीरभद्र सिंह ने पार्टी हाईकमान के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली।
वहीं राहुल गांधी को पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच जाना पड़ेगा, उनसे नए सिरे से राजनीतिक संबंध बनाने होंगे। चूंकि, कहीं न कहीं पार्टी के अधिकांश नेता राहुल के नेतृत्व में काम करने से हिचकिचा रहे हैं।
बीते विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के लिए हाईकमान जिम्मेवार है। पार्टी हाईकमान ने विधानसभा चुनाव में ऐसे लोगों को टिकट बांटे, जिनका लोग नाम तक नहीं जानते थे। इसका खामियाजा चुनाव में भुगतना पड़ा।