डीयू छात्र संघ चुनाव बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच कराए जा रहे हैं । 52 कॉलेजों में मतदान सुबह 8.30 बजे से शुरू हो गया है। यह 1 बजे तक चलेगा। जबकि, सांध्यकालीन कॉलेजों में शाम 3 बजे से मतदान शुरू होकर शाम 7.30 बजे तक चलेगा। चुनाव को लेकर छात्र संगठन जहां वोटरों को बूथ तक पहुंचाने की तैयारी में जुटे हैं, वहीं डीयू का चुनाव आयोग शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने को लेकर प्रयासरत है।
23 प्रत्याशी मैदान में
दिल्ली विश्वविद्यालय के 1 लाख 35 हजार छात्र 23 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। DUSU चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए पांच, उपाध्यक्ष के लिए पांच, सचिव पद के लिए आठ और संयुक्त सचिव पद के लिए पांच प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
एबीवीपी, एनएसयूआई और आइसा-सीवाईएसएस गठबंधन के बीच मुकाबला देखने को मिलेगा। अध्यक्ष पद के लिए NSUI से सन्नी छिल्लर, ABVP से अंकिव बसोया, आइसा और CYSS से अभिज्ञान, एसएफआई से आकाशदीप त्रिपाठी और आईएनएसओ (INSO) से प्रीति चौहान चुनाव लड़ रही हैं।
DUSU के पिछले चुनाव में 45 फीसद छात्रों ने मतदान किए थे। जबकि 2016 में 36.9 फीसदी और 2015 में 43.3 फीसदी छात्रों ने वोटिंग में हिस्सा लिया था।
वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय के वोटिंग से एक दिन पहले राजस्थान में छात्रसंघ चुनावों के आए नतीजे काफी अहम माने जा रहे हैं। राजस्थान में जिस तरह से सभी सीटों पर निर्दलीय जीते हैं। अध्यक्ष पद एनएययूआई के बागी विनोद जाखड़ ने एबीवीपी के प्रत्याशी को मात दी। वहीं महासचिव पद पर एबीवीपी के बागी आदित्य प्रताप सिंह जीते। उपाध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर भी निर्दलीय ही जीते। विनोद जाखड़ राजस्थान विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पहले दलित अध्यक्ष बने हैं।