धर्मशाला नगर निगम चुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा आज एक बैठक का आयोजन किया गया जिसके बाद पत्रकार वार्ता में एकजुटता की बात कही गई। लेकिन धर्मशाला से कांग्रेस से पूर्व प्रत्याशी को उन्होंने मीटिंग में बुलाना जरूरी नहीं समझा। ऐसे में कथनी और करनी में अंतर साफ दिख रहा है। क्योकि कांग्रेस पार्टी द्वारा धर्मशाला में लगाए गए ऑब्जर्वरों द्वारा कांग्रेस की टिकट से पूर्व में चुनाव लड़ने वाले विजय इंद्र करण को बुलाना आवश्यक नहीं समझा।
आपको बता दें कि आज धर्मशाला में धौलाधार के अंदर कांग्रेस की नगर निगम चुनावों को लेकर रणनीति तैयार की गई। जिसमें कांग्रेस के चार ऑब्जर्वर सुखविंदर सिंह सुक्खू , चंदर कुमार, रमेश धर्माणी, कुलदीप कुमार के साथ जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय महाजन, सुधीर शर्मा व नगर निगम मेयर देवेंद्र जग्गी मौजूद रहे। अब ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि जब धर्मशाला उपचुनावों में सुधीर शर्मा ने कांग्रेस से चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था तो आखिरी समय में विजय इंद्र करण को बलि का बकरा बनाया गया था। लेकिन अब जब धर्मशाला में नगर निगम चुनाव हैं और धर्मशाला में रणनीति तय की जा रही है तो कांग्रेस प्रत्याशी को याद करना भी ऑब्जर्वरों ने मुनासिफ नहीं समझा ।
वहीं, इस बारे जब कांग्रेस से पूर्व प्रत्याशी रहे विजय इंद्र करण से जब बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें बैठक के बारे में कोई भी जानकारी नहीं दी गई है और ना ही चुनावों में उन्हें किसी भी प्रकार की जिमेदारी पार्टी द्वारा दी गई है।