कांग्रेस में सीएलपी को लेकर तकरार साफ तौर पर झलकने लगी है। सिंगल लाइन प्रस्ताव होने के बाद भी आंतिरिक तौर पर मामले में पेचीदगी देखी जा रही है। ख़बर है कि सीएलपी के लिए मुकेश अग्निहोत्री और आशा कुमारी का नाम आगे करने से वीरभद्र खेमे के दूसरे नेता नाराज हो गए हैं। रामलाल और हर्षवर्धन चौहान नाराज बताए जा रहे हैं।
रामलाल और हर्षवर्धन चौहान की नाराजगी से हाईकमान की सिरदर्दी बढ़ गयी है। जिस फैसले पर देर शाम तक मुहर लगने की संभावना जताई जा रही थी, उस पर अभी संशय कायम है।
दरअसल वीरभद्र सिंह को सीएलपी के लिए अधिकांश कांग्रेस विधायकों का समर्थन प्राप्त था। लेकिन, उन्होंने खुद को इस रेस से अलग कर लिया है और मुकेश अग्निहोत्री तथा आशा कुमारी पर अपना विश्वास जाहिर किया। मगर उनके इस फैसले पर आम सहमति नहीं बन पा रही है।
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दिल्ली में डंटे सुक्खू, अब दावेदारी बढ़ी
कांग्रेस हाईकमान तक मजबूत पकड़ रखने वाले सुखविंदर सिंह सुक्खू ने फिर से इस रेस में अपनी जगह बना ली है। वीरभद्र खेमे में फूट के चलते सुक्खू की ताकत बढ़ती हुई नज़र आ रही है। रामलाल और हर्षवर्धन की सीएलपी बनाए जाने की मांग इनके समीकरण सही कर रहे हैं। यही वजह है कि सुखविंदर सिंह दिल्ली में डंटे हुए हैं।
दिल्ली में हाईकमान इस मसले पर बैठक करने जा रहा है। जिसमें तमाम समीकरणों को ध्यान में रखते हुए सीएलपी के ऐलान की संभावना है।