एक तरफ जहां बीजेपी बिलासपुर में पीएम मोदी की रैली को लेकर जमीन-आसमान एक किए हुए है। उनके दिग्गज नेता खुद एक हफ्ते से रैली की तैयारियों जुटे हुए हैं। वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल की रैली की सुगबुगाहट तक सुनाई नहीं दे रही है। 7 अक्टूबर को मंडी में राहुल गांधी की रैली की चर्चा थी, लेकिन वर्तमान हालात को देखते हुए इस रैली संशय खड़ा हो गया। दरअसल, रैली के लिए गिने-चुने दिन बचे हैं, लेकिन तैयारियां कुछ भी नहीं हो पाई हैं। यहां तक की मंडी के रैली स्थल पर भी कोई काम चालू नहीं हो पाया है।
कांग्रेस के भी बड़े नेता राहुल की रैली को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। समाचार फर्स्ट ने मंडी से कांग्रेस के विधायक अनिल शर्मा से संपर्क करने की कोशिश की,लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। किसी भी तरह की गतिविधि को परवान चढ़ता नहीं देख यह माना जा रहा है कि शायद राहुल इस बार भी हिमाचल में कार्यकर्ताओं को संबोधित नहीं कर पाएं।
गौरतलब है कि तीन बार से हिमाचल कांग्रेस राहुल की रैली की घोषणाए करती रही है। लेकिन, हर बार उनकी घोषणाएं संशय की भेंट चढ़ जाती हैं। पिछले साल नवंबर में भी संगठन की तरफ से कांग्रेस उपाध्यक्ष के हिमाचल आने की बात कही गई, लेकिन बाद में इसे जनवरी 2017 के लिए टाल दिया गया…इसके बाद पथ यात्रा के समापन में पर राहुल गांधी की बड़ी रैली की बात कही गई थी, लेकिन इस दौरान भी राहुल गांधी हिमाचल नहीं पहुंचे। अब फिर से मंडी में आने की चर्चा है, लेकिन यह चौथे प्रोग्राम पर भी राहुल की गैर-हाजिरी का ख़तरा मंडरा रहा है।