डॉ राजन सुशांत ने एक बार फ़िर विधानसभा चुनावों की ताल ठोक दी है। सुशांत को अचानक प्रदेश को डेढ़ लाख पेंशनरों की याद आ गई है। उन्होंने कहा कि नई पेंशन योजना के तहत पेंशनरों को 1000 से 2500 रुपए पेंशन मिल रही है। जिससे उनका गुजारा करना मुश्किल है। सरकार ने एनपीएस लाकर बुजुर्गों को बुढ़ापे में बेसहारा छोड़ दिया है। जब तक सरकार पुरानी पेंशन बहाली नहीं करती तब तक विधायकों को भी नए एनपीएस के दायरे में लाया जाए।
डॉ. सुशांत ने आरोप लगाया कि प्रदेश में दो कानून नहीं चलेंगे। एक तरफ मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर में चक्रवर्ती सम्राट बनकर घूम रहे हैं। मांत्रियों के लिए महंगी गाड़ियां ख़रीदी जा रही हैं। वहीं, दूसरी तरफ 60 हज़ार करोड़ कर्जे की दुहाई देकर ओल्ड पेंशन स्कीम लागू नहीं की जा रही है। सरकार पुरानी पेंशन बहाली के लिए अध्यादेश लाए। यदि मुख्यमंत्री ये नही कर सकते है तो राजभवन जाकर इस्तीफ़ा दें। यदि ऐसा नहीं हुआ तो वह प्रदेश की जनता को लामबंद कर प्रदेश व्यापी आंदोलन खड़ा करेंगे।
डॉ. सुशांत ने कहा कि आने वाले चुनावों में प्रदेश में क्षेत्रीय दल बनाकर ईमानदार लोगों को आगे लाया जाएगा। ये दल प्रदेश में तीसरे मोर्चे के रूप में अस्तित्व में आएगा क्योंकि प्रदेश की जनता भाजपा एवं कांग्रेस दोनों से त्रस्त हो चुकी है। इसलिए अब आंदोलन खड़ा कर जनता की लड़ाई लड़ी जाएगी।