शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने पूर्व सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने शिक्षा विभाग को नजरअंदाज किया है। वह सिर्फ अपने निजी कामों के लिए ही दिल्ली जाते रहे हैं और शिक्षा विभाग इग्नोर होता गया है।
उन्होंने बताया कि पूर्व सरकार ने पूरे 5 साल में सिर्फ 5000 अध्यापक नियुक्त किये थे जबकि हमने एक साल में 4365 अध्यापक नियुक्त किए हैं। इसी के साथ आज प्रदेश के अधिकतम जिलों में सभी अध्यापक हो गए हैं।