शिमला प्रेस क्लब में प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने सभी सवालों के जबाब दिए लेकिन तबादलों एवम नगर निगम में उनके दख़ल को लेकर पूछे गए सवाल पर भारद्वाज जबाब देने से बचते नज़र आए।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा विभाग चाहता है कि पीटीए, पेट ,पैरा और एसएमसी को नियमित किया जाए। लेकिन न्यायालय में कुछ पेच फंसा है। उन्होंने बताया कि छात्रवृत्ति घोटाला पिछली सरकार का सबसे बड़ा घोटाला है। मामला सीबीआई को सौंपा गया है। जिसकी जांच होगी।
एनसीईआरटी सोलन के सर्वे में सरकारी स्कूल में प्राइमरी कक्षाओं में एडमिशन कम हो रही थी। उसके बाद सरकार ने प्री नर्सरी कक्षाएं शुरू की है। जिसमें पहली अक्टूबर 2018 से 3491 स्कूलों में 40 हजार बच्चों का दाखिला हो चुका है। एक भी कॉलेज बंद नही किया है। 21 में से 16 कॉलेज को सरकार ने सही ढंग से चलाया है। 5 कॉलेजों में बच्चों की संख्या कम है। अध्यापकों की भर्ती की जा रही जंहा कमी जल्द पूरी की जाएगी। नियमित अध्यापक की भर्ती की जा रही है।
2007 से लेकर 2016 तक के स्कूलों में प्रिंसिपल प्रमोट हुए हैं। 6 हजार अधयापकों की भर्ती की गईं है। प्री प्राइमरी क्लासेस शुरू की गई हैं। स्मार्ट यूनिफॉर्म के लिए पिछले यूनिफॉर्म का सैम्पल बदल दिया गया है इसलिए देरी हुई है।