नयनादेवी विधानसभा क्षेत्र में आजकल चुनावी समीकरणों को लेकर सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म है। इस बार विधानसभा चुनावों में बीजेपी या कांग्रेस के जो समीकरण बने हुए हैं उसमें ये अनुमान लगाना मुश्किल है कि कौन सा दल बाजी मार सकता है। क्योंकि, आचार संहित से ठीक पहले बीजेपी ने अपना मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए नयनादेवी के कोठीपुरा में एम्स का तोहफा दे दिया। वहीं, कांग्रेस के दिग्गज नेता रामलाल ठाकुर ने भी क्षेत्र के विकास कार्यों के दम पर अपना वोट बैंक मजबूत कर लिया है। इस बार दोनों दलों में कड़ी टक्कर हो सकती है।
एम्स का तोहफा देकर बीजेपी ने कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ाई
पिछले 10 साल से इस क्षेत्र में बीजेपी का उम्मीदवार जीते हैं, जबकि इससे पहले नयनादेवी क्षेत्र को कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। इस बार भी एम्स का तोहफा देकर बीजेपी ने कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। क्षेत्रफल के हिसाब से प्रदेश का सबसे लंबा चुनाव क्षेत्र नयनादेवी विधानसभा का रहा है। इसमें 45 प्रतिशत वोटर चंगर क्षेत्र से हैं और 55 प्रतिशत वोटर ऊपरी क्षेत्र से हैं। कांग्रेस हमेशा ही ऊपरी क्षेत्र से बढ़त लेती थी, परंतु निचले क्षेत्र में बीजेपी ने अपनी मजबूत बढ़त से कांग्रेस को जीतने नहीं दिया।
इस बार बीजेपी ने ऊपरी क्षेत्र में एम्स का शिलान्यास कर मास्टर स्ट्रोक खेला है। क्या ऐसे में बीजेपी इस बार ऊपरी क्षेत्र में बढ़त लेकर हैट्रिक बनाएगी या कांग्रेस बाजी मारेगी यह चर्चा का विषय बना हुआ है और सभी को बेसब्री से चुनावों का इंतजार है।