नए ख़नन नियम के विरोध में प्रदर्शन कर रहे क्रशर संचालकों पर सुक्खू ने सरकार को कटघरे में खड़ा किया। सुक्खू ने कहा कि क्रेशर मालिकों को लेकर सरकार ने नोटिफिकेशन तो जरूर जारी कर दी है। लेकिन अब क्रशर मालिक सरकार के ऊपर दवाब डाल रहे हैं। उसमें देखना यह होगा कि सरकार इस विषय को लेकर क्या फैसला लेती है। पहले ही यह सरकार यू-टर्न सरकार के रूप में पूरे प्रदेश में जानी जाती है ।
उन्होंने कहा कि सरकार ने खनन माफिया पर नकेल कसने के लिए क्रेशर मालिकों को एक फरमान जरूर डाला है। लेकिन जिस तरह से सरकार के ऊपर बना हुआ है इसमें आगे सरकार क्या फैसला लेगी यह महत्वपूर्ण है।
सुक्खू ने कहा कि सरकार आए दिन कोई न कोई जुमलेबाजी करती रहती है। ऐसे समय में यह कह सकते हैं कि प्रदेश में विकास और बेरोजगारी दोनों के ही लाले पड़े हुए हैं। लोगों को रोजगार देने के नाम पर सरकार पूरी तरह फिसड्डी साबित हुई है। जहां तक प्रदेश के विकास की बात है तो जिस तरह से मुख्यमंत्री हेलिकॉप्टर से हवा में उड़ रहे हैं उस तरह से विकास भी हवा में ही हो रहा है धरातल पर सरकार अभ तक कुछ नहीं कर पाई है।