हिमाचल प्रदेश में बस किराये में हुए बढ़ोतरी के भारी विरोध के आगे सरकार को आखिर झुंकना पड़ा है। प्रदेश सरकार ने न्यूनतम किराया अब 6 रुपये से घटाकर 5 रुपये कर दिया है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किराये में कमी की घोषणा की है। कुल्लू के देनसदन में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि प्रदेश की बस सेवाओं में अब न्यूनतम किराया 6 की बजाय 5 रुपये वसूला जाएगा। इससे पहले सरकार ने न्यूनतम किराया छह रुपये कर दिया था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र की ओर से 2.50 रुपये एक्साइज ड्यूटी घटाने के बाद प्रदेश सरकार ने भी पेट्रोल और डीजल पर वैट ढाई रुपये कम कर दिया है। इससे प्रदेश में तकरीबन तेल की कीमतों में 5 रुपये तक की कमी हो गयी है।
गौरतलब है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी आने के बाद से ही आम जनता और विपक्षी पार्टियों ने सरकार से किराया कम करने की मांग की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली ने तो सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए बढ़ा हुआ किराया वापस लेने की मांग की। जीएस बाली पिछले तीन दिनों से लगातार सरकार पर वैट कम करने के बाद बढ़े हुए बस किराये को कम करने की मांग पर अड़े हुए थे।
जनता भी लगातार सवाल पूछ रही थी कि तेल के दाम कम हो गए तो किराया भी सरकार जल्द से जल्द कम करें।
हालांकि, जयराम सरकार का यह फैसला आम लोगों के गले ठीक से उतर नहीं रहा है। पहले किराया मांग से ज्यादा बढ़ा दिया। क्योंकि, जब बस ऑपरेटर किराये में 5 रुपये के इजाफे की मांग कर रहे थे…तब सरकार ने किराये में 6 रुपये की बढ़ोतरी की। अब जब हंगामा मचा तब एक रुपये की कमी करके बस ऑपरेटरों की मांग के बराबर किराया कर दिया है।