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किसान त्रस्त-सरकार उपचुनावों में व्यस्त, किसानों की अनदेखी भाजपा को पड़ेगी भारी: AAP

पी.चंद |

किसानों के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी ने प्रदेश की जयराम ठाकुर सरकार को घेरा। पार्टी ने आगाह किया है कि किसान हितों की अनदेखी केंद्र की मोदी और सूबे की जयराम सरकार को महंगी पड़ेगी। आप पार्टी के प्रदेश प्रभारी रत्नेश गुप्ता ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि किसान पर चौतरफा मार पड़ रही है। किसान त्रस्त हैं और जयराम सरकार उपचुनावों में व्यस्त है।

उन्होंने कहा कि धान खरीद को लेकर आए दिन शिकायतें आ रही हैं की सरकारी पोर्टल ठीक से काम नहीं कर रहा है। धान खरीद को लेकर किसान मायूस है। फसल बिक्री के लिए दर-दर भटकने मजबूर हो रहे हैं किसान। उन्होंने आगाह किया कि किसान हितों की अनदेखी 2022 मैं जयराम सरकार को भारी पड़ेगी। मोदी सरकार के काले कृषि कानून को लेकर सड़कों पर उतरे किसान की सुनवाई नहीं है। इस रवैये के चलते मोदी सरकार 2024 में अपनी वापसी भूल ही जाए, उनकी गुजरात वापसी तय है।

आप के प्रदेश प्रभारी ने कहा कि जहां सेब की बागवानी की लागत की लागत 15 से 20 परसेंट बढ़ गई है वहीं उसके दाम सरकार ने कम कर दिए हैं जो किसानों पर दोहरी चोट है। सेबो के न्यूनतम समर्थन मूल्य की बात को अनसुना कर रही है जयराम सरकार। उन्होंने कहा कि बेमौसम बरसात के चलते मक्की की फसल खराब हो गयी है। किसानों के दो वक्त की रोटी के लाले पड़े हैं पर सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है जिससे उनको राहत मिले।

उन्होंने कहा कि दो चार व्यापारिक घराने नहीं बल्कि किसान देश की जान है। सरकार इनकी आवाज़ सुने। आम आदमी पार्टी किसानों की इस लड़ाई में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।