ज्वाली विधानसभा से संबंध रखने वाले और भाजपा ओबीसी. प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष योगराज ने अपनी ही पार्टी के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है । पार्टी से नराज चल रहे प्रदेश उपाध्यक्ष योगराज ने कहा कि पार्टी में नुकसान पंहुचाने वालों को अगर इनाम मिलता है तो हम क्यूं पिछे रहें । उन्होंने कहा की पार्टी में पुराने कार्यकर्ताओं का अनदेखी की गयी है । योगराज ने कहा कि इसके लिए एक पत्र उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रधानमंत्री मोदी को लिखा है । मगर अभी तक उन्हें जवाब नहीं आया है । हमेशा पार्टी अपने गल्त निर्णय के कारण हारी है ।
योगराज ने कहा कि मैंने 1981 मे पार्टी की सेवा करनी शुरू कर दी थी। तदोपरान्त पार्टी में सक्रिय भूमिका 1984 मे शुरू कर दी थी। उन्होंने बताया कि मेंने अपना राजनीति सफर पंचायत प्रधान से लेकर जिला परिषद् तक और पार्टी में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए कई जिम्मेदारीयो को बेखुबी निभाई। पांच बार प्रधान, एक बार जिला परिषद् बनकर जनता जनार्दन की सेवा की। जम्मू जेल यात्रा, अयोध्या आंदोलन, डोडा बचाओ, जम्मू बचाओ, जैसे पार्टी के आदेश पर आंदोलनों में काम किया। और अब भी अगर पार्टी हाइकमान का जो भी फरमान होगा बहां भी उस कार्य मे बढ़चढ़कर हिस्सा लिया जाएगा।
उन्होंने पार्टी हाईकमान को चेताया कि अगर अब पार्टी किसी भी ऐसे कार्यकर्ता की अनदेखी करती है तो भविष्य के गर्भ में छुपी हुई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। मुझे मुख्यमंत्री पर पूरा भरोसा है कि पार्टी आने वाले समय में इस तरह के निर्णय लेने पर परहेज करेगी।