हिमाचल प्रदेश कांग्रेस पार्टी के बीच एक बार फ़िर गुटबाजी खुल कर सामने आ गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो कुछ पत्रों ने सियासी गलियारों में हलचल तेज कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के दुनिया से जाने के बाद हिमाचल कांग्रेस पार्टी में संगठनात्मक तौर पर नेतृत्व का संघर्ष चल रहा है, जिसका परिणाम ये वायरल हो रहे पत्र हैं। इन लेटर्स में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के संगठन के नेतृत्व पर सवाल उठाए गए है।
हालांकि, इसकी अभी तक पूरी तरह से पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन ये जरूर साफ है कि कांग्रेस एक धड़ा जो पहले से कुलदीप राठ़ौर से नाख़ुश चल रहा था उसने खुलकर मोर्चा खोल दिया है। वायरल हो रहे पत्रों में दावा है कि ये मंडी जिले से संबंधित हैं। इनमें कई पदाधिकारियों के नाम तो शामिल है लेकिन किसी बड़े नेता का नाम शामिल नहीं है, जिससे इसकी पुष्टि करना सही नहीं होगा। न तो कोई पदाधिकारी और न ही कोई नेता इस संबंध में खुलकर बोलने को तैयार है।
इतना जरूर है कि कुलदीप राठ़ौर के राजनीतिक करियर को लेकर अंदर खाने बवाल जरूर चल रहा है। क्योंकि पहले भी कई दफा मंडी से कुछ नेता और पदाधिकारी खुलकर राठ़ौर के नेतृत्व पर सवाल ख़ड़ा कर चुके हैं। ये बात हाईकमान तक भी बाखूबी पहुंच चुकी है। हाल ही में हुए प्रभारी और सह प्रभारियों के दौरे पर भी कांग्रेस के एक धड़े ने सरेआम इसका विरोध किया था। वायरल पत्र लिखने वालों का कहना है कि हिमाचल कांग्रेस संगठन में जनता से जुड़े चेहरे के अभाव में पार्टी की स्थिति खराब हो गई है। जिस व्यक्ति ने वार्ड तक का चुनाव नहीं लड़ा वह पार्टी का नेतृत्व कर रहा है जिससे पार्टी कमज़ोर हो रही है।