बिलासपुर के झंडूता से बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायक जीतराम कटवाल नई मुसीबत में घिर गए हैं। विधायक के खिलाफ छोटा शिमला थाने में मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारी के पद पर रहते हुए कटवाल ने एक व्यक्ति को आरटीआई में दी गई जानकारी में हेर-फेर की है। शिकायतकर्ता प्रताप सिंह बर्मा ने कटवाल पर आरटीआई के दस्तावेजों से टैंपरिंग करने का आरोप लगाया था।
बीते 4 जनवरी को थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी, जिसमें अदालत के आदेश के बाद IPC की धारा 465, 466 और 469 के तहत विधायक कटवाल को नाम मामले पर दर्ज किया गया। छोटा शिमला थाना प्रभारी वीरी सिंह ने बताया कि विधायक के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में शिकायकर्ता से संबंधित रिकार्ड कब्जे में ले लिया गया है और जांच शुरू कर दी गई है। याद रहे कि जीतराम कटवाल सेवानिवृत आईएएस अधिकारी हैं और वह पहली बार विधायक बने हैं।
क्या है मामला..
दरअसल, शिकायतकर्ता प्रताप सिंह बर्मा रिटायर्ड प्रिंसिपल थे और साल 2015 में वह महिला बाल विकास विभाग में एक पद पर आउटसोर्स आधार पर तैनात थे। साल 2016 तक प्रताप इसी पद पर बने रहे और तब विधायक कटवाल महिला बाल विकास विभाग के निदेशक थे। शिकायतकर्ता प्रताप सिंह ने अपने पद की एक्सटेंशन के नियमों बारे विभाग से साल 2015 औऱ साल 2016 में अलग-अलग आरटीआई मांगी थी।
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आरोप है कि साल 2016 में विभाग की ओर से मिली आरटीआई के कागजों में टैंपरिंग की गई थी और वह एक साल पहले ली गई आरटीआई से यह भिन्न थी। इस मामले को शिकायतकर्ता ने अदालत में चुनौती दी और अदालत ने पुलिस को एफआईआर दर्ज करने को कहा।