कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि हिमाचल में लगातार कोरोना मामले बढ़ रहे हैं। अब तो सचिवालय भी कोरोना से बच नहीं पाया है। कारोना से बचने के लिए सचिवालय तक के कर्मियों को आंदोलन करना पड़ा रहा है। कांग्रेस सचिवालय कर्मियों की मांगों का समर्थन करती है। सरकार कोरोना से निबटने के लिए पूरी तरह नाकाम रही। लोगों को राहत देने के बजाए सरकार ने कर पर कर लगाए, बस किराया बढ़ा दिया। मज़बूरन कांग्रेस को सड़कों पर उतरना पड़ा। केन्द्र ने जो 20 हज़ार करोड़ जारी किए उसमें से हिमाचल को कितना हिस्सा मिला जयराम बताएं। उन्होंने कहा कि सरकार हिमाचल में कोरोना काल में एकत्रित किए करोड़ों रुपए का लेखा जोखा जनता के सामने रखे। भाजपा सरकार कोरोना काल में लूट का अवसर ढूंढ रही है। जिसका ताज़ा उदाहरण कोरोना काल में हुए घोटाले हैं।
राठौर ने कहा कि कांग्रेस जब सरकार की जनविरोधी नीतियों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाती है तो उनके ऊपर मामले दर्ज होते हैं। जबकि सरकार लगातार समारोह कर सोशल डिस्टनसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। भाजपा के प्रवक्ता मंडी से आकर शिमला में सचिवालय से लेकर हाइकोर्ट तक में संक्रमण फैलाते हैं। नादौन के नेता दूसरे लोगों को संक्रमित करते हैं। शिक्षा मंत्री के बेटे रोहड़ू में क्रिकेट आयोजन में पहुंच जाते हैं जहां उनका सहयोगी संक्रमित पाया जाता है, ऐसे नेताओं पर सरकार एफआईआर दर्ज़ करे।
उन्होंने कहा कि बीजेपी अनुसूचित जाती से प्रदेश अध्यक्ष बनाकर इतराने का काम न करे । बीजेपी जाति, धर्म और क्षेत्र के नाम पर राजनीति न करे क्योंकि हिमाचल कांग्रेस में 3 अध्यक्ष अनुसूचित जाति के रह चुके हैं। भाजपा के नए मांत्रियों के शपथ ग्रहण के दौरान कई परम्पराओं को तोड़ा है। एक तो मांत्रियों ने सोशल मीडिया में मंत्री पद की शपथ लेने से पहले ही पत्र डाल दिए। दूसरा शपथ में विपक्ष के नेता तक को न्यौता नहीं दिया गया।