सांसद रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि नगर परिषद मंडी को स्तरोन्नत कर नगर निगम बनने से छोटीकाशी का स्वरूप ही बदल जाएगा। उन्होंने कहा कि नगर परिषद मंडी, सोलन और पालमपुर को नगर निगम का दर्जा देने का फैसला ऐतिहासिक है। वर्षों से मंडी को नगर निगम बनाए जाने की मंडी वासियों की आकांशा थी, जिसे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पुरा किया है। यह मुख्यमंत्री का दृढ़विश्वास और इच्छाशक्ति का परिणाम है कि निरंतर बढ़ते नगरों का विकास सुनिश्चित करने केलिए उन्हें नगर निगम के दायरे में लाया जाना जरूरी था।
रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि शिक्षा, रोजगार और कारोबार के लिए गांवों से लोगों को शहारों की ओर आना बढ़ा है। नगर निगम बनने से अब मंडी, सोलन और पालमपुर का सुनिश्चित विकास होगा। लोगों को सुविधाओं में भी बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नगरों को व्यवस्थित बनाने की दिशा में प्रयासरत हैं। प्रदेश सरकार का यह फैसला अपने आपमें महत्वपूर्ण और राहत देने वाला है। जिसमें नए शमिल क्षेत्रों में तीन साल तक लोगों को किसी भी तरह के टैक्स नहीं देनें पड़ेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों की तर्ज पर शहरी क्षेत्रों में भी सरकार ने शहरी रोजगार गारंटी योजना शुरू की है। इसके अलावा शहरी विकास व स्मार्ट सिटी का भी फायदा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि मंडी शहर और संबंधित क्षेत्रों की जनता यह चाहती थी कि मंडी नप को नगर निगम का दर्जा मिले। लेकिन स्थानीय विधायक इसका विरोध करते रहे। 62 साल तक मंडी के लिए कुछ नहीं किया। मगर अब मुख्यमंत्री मंडी केलिए कुछ करना चाहते हैं तो विधायक महोदय ने उनका सहयोग नहीं किया। अब मंडी को नगर निगम बनाने के बाद स्मार्ट सिटी बनाने के लिए मुख्यमंत्री के सहयोग से प्रयास किए जाएंगे।