अच्छी शिक्षा ग्रहण करोगे तो रोजगार देने वाले आपको ढूंढ लेंगे। इसलिए शिक्षा ग्रहण करने के समय को बर्बाद ना करके प्रतिदिन मेहनत करके उस मुकाम को हासिल करें, ताकि आप को रोजगार ना ढूंढना पड़े। जो लोग रोजगार देते हैं, वह आपको ढूंढें। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने सुजानपुर के एक कार्यक्रम में कही।
धूमल ने कहा कि अच्छी शिक्षा क्या है बेहतरीन शिक्षा क्या है यह आपको तय करना है। पुराने समय में गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण की जाती थी। बात महाभारत काल की हो, रामायण काल की हो शिक्षा उस समय गुरुकुल में दी जाती थी। वर्तमान में गुरुकुल नहीं है लेकिन स्कूल कॉलेज विश्वविद्यालय यह सभी गुरुकुल के ही रूप हैं। ऐसे में यह स्थान वंदनीय है क्योंकि यहां पर गुरु आप को शिक्षा देते हैं। इंसान के जीवन में गुरु का विशेष महत्व है। गुरु बिना ज्ञान नहीं गुरु बिना संसार नहीं।
उन्होंने कहा कि जब वह प्रोफेसर थे तब छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए शिक्षा के मूल मंत्र को किस तरह से उन्हें समझाया जा सके उसको फोकस करते थे ।उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि कुछ दिन पहले में सुजानपुर के राजकीय महाविद्यालय में स्किल इंडिया के तहत आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। पूर्व में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी और वे उस समय मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने टेक्निकल शिक्षा आईटीआई पॉलिटेक्निक को महत्व देते हुए विभिन्न कोर्स इनमें शुरू करवाए थे। मैनेजमेंट को महत्व देते हुए इस विषय को भी शुरू करवाया था। सुजानपुर महाविद्यालय में भी स्किल इंडिया के तहत कोर्स शुरू किए गए हैं।