कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली ने आज कांगड़ा में प्रेस कॉन्फेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जो भी इन्वेंस्टमेंट मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर प्रदेश में लेकर आ रहें हैं उसका वह और उनकी पार्टी समर्थन करती है । लेकिन सरकार ये भी देखे कि जो MOU हो रहे हैं वो धरातल पर भी नजर आयें, सिर्फ दिखावे के लिये ये सब न हो। जो निवेशक वाकई निवेश करना चाहते हैं उन्हें हर तरीके से सहुलियतें दी जाये।
जीएस बाली ने कहा की प्रदेश में तभी रोजगार बढ़ेगा जब प्रदेश में निवेश होगा। उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री के निवेशकों को न्यौता देना और सिंगल विंडो से क्लीयर करने के पक्षधर हैं। इसी बीच उन्होंने कहा कि मुझे ये बात बहुत अटपटी लगी जिसमें एक व्यक्ति विशेष को लाहौल – स्पीति, कुल्लू , रोहतांग, चांशल और मनाली में काम दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए की इस प्रक्रिया का टेंडर होना चाहिए। एक्सप्रेशन ऑफ इंटरस्ट होना चाहिए। एक्सप्रेशन ऑफ इंटरस्ट के बिना पूरे प्रदेश का काम एक व्यक्ति को दे देना उचित नहीं हैं।
वहीं, उन्होंने कहा कि प्रदेश में 1000 फ्लैट बनाने की इजाजत ये बात गले से नहीं उतर रही। जीएस बाली ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जब हिमालयन स्की विलेज योजना के अंतर्गत जिसमें देश और विदेश की टॉप कंपनियां पऱमोटर थी उनके लिए बीजेपी ने उस समय गलत बयानबाजी की थी और इसे रोकने का प्रयास किया था। उन्होंने कहा कि जो काम सरकार को करना चाहिए वह काम प्राईवेट कंपनी को दिया जा रहा है और दुनियां की बड़ी कंपनियों को निवेश से बाहर रखा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इसमें सबसे बड़ा खतरा ये लग रहा है कि बिना टेंडर के एक व्यक्ति को निवेश का जिम्मा दे रहे हैं, जो एमओयू में जो रेट सैट किए गए हैं वह बदले ना जाएं। दूसरा सरकार ने जोर-शोर से फैसला लिया था कि हम रोजगार के अवसर देंगें। इसका सरकार स्वेत पत्र जारी करे कि अब तक कितने बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश लाने से पहले मुख्यमंत्री को वातावरण सही करना होगा। उन्होंने कहा कि होटल इडस्ट्री में बिजली की दरों को बदला जाए।
लगातार हो रहे है हादसों पर जीएस बाली ने कहा कि सरकार इसे गंभीरता से ले । बरसात से पहले गाइडलाइन जारी करे। ओवरलोडिंग पर उन्होंने कहा कि सरकार इस समस्या का समाधान करे क्योंकि इससे ग्रामीण आबादी ज्यादा प्रभावित हो रही है । HRTC और निजी बसें दोनों प्रदेश की जरुरत है, औऱ आज दोनों की हालत खराब है।
वहीं, जीएस बाली ने राहुल गांधी के इस्तीफे को लेकर कहा कि वह उनके इस फैसले का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली हार के जिम्मेदार राहुल गांधी नहीं बल्कि संगठन के वह सभी व्यक्ति हैं जिन्हें चुनाव की जिम्मेदारी दी गई थी।