गद्दी सभा पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की टिप्पणी से जहां गद्दी समुदाय भड़का हुआ है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की गद्दी यूनियन मुख्यमंत्री के पक्ष में उतर आई है। यूनियन नेताओं का कहना है कि लाठीचार्ज मुख्यमंत्री के जाने के 10 मिनट बाद हुआ और उन्हें शक है कि इस लाठीचार्ज के लिए बीजेपी के लोगों ने पहले से ही षड्यंत्र कर रखा था। इसलिए लाठीचार्ज की मजिस्ट्रेट जांच होनी चाहिए, ताकि सच्चाई से पर्दा उठ सके कि लाठीचार्ज क्यों हुआ।
यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष जोगिन्दर पाल कपूर ने कहा कि सीएम ने गद्दी यूनियन का कोई अपमान नहीं किया है। उनका कहना है कि एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष के साथ गद्दी सभा के अध्यक्ष की तुलना करके सभा का मान बढ़ाया है। मुख्यमंत्री ने गद्दी समुदाय पर कोई टिप्पणी नहीं की, बल्कि बीजेपी जानबूझकर मामले को तूल दे रही है।
गद्दी कल्याण बोर्ड और वूल फेडरेशन बोर्ड की स्थापना कांग्रेस के कार्यकाल में हुई है। इसके साथ ही गद्दी समुदाय के जितने भी विकास कार्य हुए हैं, वे सब कांग्रेस राज में हुए हैं। उन्होंने कहा कि जितने काम मुख्यमंत्री ने गद्दी समुदाय के विकास के लिए किए हैं उतने किसी नेता ने नहीं किए।