वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक में करोड़ों रुपये जमा कराने पर हिमाचल सरकार घिर गई है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यध व विधायक सुखविंद्र सिंह सूक्खू ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने जयराम सरकार सवाल करते हुए पूछा है कि सरकार बताए कि यस बैंक में सरकारी विभागों और बोर्ड, निगमों के कितने करोड़ रुपये फंस गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरट्रैक के 300 करोड़, राज्य सहकारी बैंक कर 100 करोड़, कांगड़ा सहकारी बैंक के 50 करोड़ के अलावा बिजली निगमों के करोड़ों रुपये फंसे रुपये हैं।
सूक्खू ने कहा कि सरकार बताए किसके इसारे पर इतनी बड़ी राशि निजी बैंक में जमा कराई गई। आरबीआई ने यस बैंक को वीक गवर्नन्स व पूंजी क्वॉलिटी के ग़लत आंकलन बारे 22 सितंबर, 2019 को पत्र लिखा था। यस बैंक 12 फ़रवरी, 2020 को स्टॉक एक्स्चेंज से पूंजी तलाशता रहा पर नहीं मिली, फिर भी सरकार ने करोड़ों रुपये जमा कराए। यह संयोग है या प्रयोग? हिमाचल सरकार के कितने विभाग, जिन्होंने यस बैंक में सरकार का पैसा जमा कराया है। ये कितने हज़ार करोड़ है? डूबते बैंक में ये पैसा किस सत्ताधारी के हुकम से जमा करवाया गया? मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जबाब दें ?
सुखविंद्र सिंह सूक्खू ने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को विधानसभा सत्र में भी उठाएगी। यह पूछा जाएगा कि क्या कमीशन के खेल के चलते करोड़ों रुपये जमा कराए गए या फिर सरकार की कोई सीधी सांठगांठ बैंक अधिकारियों से की गई थी। इससे पर्दा उठना चाहिए, चूंकि बैंकों में जमा राशि हजारों कर्मचारियों की जीवन भर की गाड़ी कमाई है।