भारतीय किसान संघ का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को मुख्यमंत्री से मिला। किसानों ने मुख्यमंत्री को यहां किसानों से जुड़े विभिन्न मुद्दों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि राज्य सरकार जंगली जानवरों से फसलों की सुरक्षा और वनों की आग रोकने के अतिरिक्त किसानों की फसलों को बंदरों से बचाने के लिए उचित कदम उठाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य के विभिन्न भागों में बंदरों को हिंसक जानवर (वर्मिन) घोषित किया है ताकि किसानों की फसलों को बंदरों से बचाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को लाभान्वित करने और उनकी आय को वर्ष 2022 तक दोगुना करने के लिए कई योजनाएं आरम्भ की गई हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ‘मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना’ आरम्भ की है, जिसके तहत किसानों की फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए सौर बाड़ लगाने पर किसानों के समूह को 80 प्रतिशत का उपदान प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए 35 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि एक नई योजना ‘वन समृद्धि जन समृद्धि’ का उद्देश्य स्थानीय लोगों को विभिन्न वन उत्पादों के संग्रह प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन में विभिन्न प्रशिक्षण प्रदान करना है, जिससे उनकी आय बढ़ाने में सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि ‘सौर सिंचाई योजना’ शुरू की गई है, जिसमें राज्य में सिंचाई के लिए पानी उठाने के लिए सौर पंप स्थापित करने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि 5 साल में योजना के अन्तर्गत 200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
किसान संघ की मांगों को धैर्यपूर्वक सुनने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए, संघ के अध्यक्ष सोम देव शर्मा ने मुख्यमंत्री से किसानों को फसल और मिट्टी की स्थिति का कृषि जलवायु क्षेत्रों के अनुसार पुनः मानचित्रिकरण करने का आग्रह किया। उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की प्रक्रिया के सरलीकरण के लिए भी मुख्यमंत्री से आग्रह किया।