ऊना हमीरपुर रेललाइन जो केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का ड्रीम प्रोजेक्ट है अब अधर में लटक गया है। प्रदेश सरकार ने इसके लिए नो कहा है। ये बात हम नहीं खुद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज पत्रकार वार्ता में कही। उन्होंने कहा कि ऊना हमीरपुर मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है लेकिन इसके लिए सरकार की ओर से जो योगदान आना है उसके लिए सरकार देने से इनकार कर दिया है। अब ऐसे में ये प्रोजेक्ट फिर अधर में लटक गया है।
आपको बता दें कि ऊना से हमीरपुर तक 50 किलोमीटर लंबी रेललाइन के लिए उत्तर रेलवे ने पहली बार 2016 में रिपोर्ट सम्मिट की थी। उसके बाद 2850 करोड़ के इस प्रोजेक्ट के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे का टेंडर साल 2018 में अवार्ड हुआ था। इस प्रोजेक्ट की डीपीआर कैबिनेट कमेटी इकनॉमिक अफेयर्स कमेटी (सीसीए) से अप्रूवल मिलने के बाद ही इसके निर्माण के लिए बजट जारी होना था, लेकिन सीसीए से मंजूरी न मिलने के कारण इस प्रोजेक्ट को मात्र जिंदा रखने के लिए इस बजट में 1 हजार रुपये मिले हैं।
भानुपल्ली-बिलासपुर के 63 किमी रेल ट्रैक को 405 करोड़ बजट में दिए हैं। हालांकि साल 2020-21 के बजट में इस प्रोजेक्ट को 582 करोड़ मिले थे। दिसंबर 2020 तक इस प्रोजेक्ट पर 324 करोड़ 87 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। वहीं 1543.24 करोड़ के इस प्रोजेक्ट के लिए 2021-22 तक 1311 करोड़ का बजट जारी हो चुका है। अभी तक जारी की गई राशि के हिसाब से इस प्रोजेक्ट की लागत और समय बढ़ सकता है, क्योंकि अभी तक इसका निर्माण बहुत कम हुआ है।