किराया बढ़ोतरी के फैसले पर पूर्व मंत्री जीएस बाली ने आपत्ति जताई। जीएस बाली ने कहा कि महामारी के वक़्त जनता पर बोझ डालना सही नहीं है। सरकारों का काम होता है जनता को सुविधाएं देना, लेकिन ये सरकार जनता पर बोझ डाल रही है। जो प्राइवेट ऑपरेटर हैं सरकार उन्हें 10 तरीकों से राहत दे सकती थी लेकिन सरकार ने ऐसा कुछ नहीं किया।
प्राइवेट ऑपरेटरों को सुविधाएं देने के कई साधन है लेकिन सरकार ने सिर्फ आसान सा रास्ता चुना और किराया बढ़ा दिया। अब आम आदमी सरकार के इस फैसले को सज़ा के तौर पर देख रही है क्योंकि मौजूदा हालात में लोगों के हालात ख़राब हो चुकी है। प्रदेश सरकार ने पहले ही लोगों को राम भरोसे छोड़ रखा है औऱ अब जनता का जीना दुष्बार किया जा रहा है।