पूर्व मंत्री जीएस बाली ने जयराम सरकार पर कांगड़ा की अनदेखी के आरोप लगाए हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने ढाई साल के कार्यकाल में कांगड़ा के लिए कोई भी बड़ा प्रोजेक्ट नहीं दे पाई है। और जो पहले बड़े प्रोजेक्ट कांग्रेस के कार्यकाल में कांगड़ा के लिए आए थे जिनमें सीयू और स्मार्ट सिटी धर्मशाल शामिल है उनको आगे बढ़ाने का काम तक नहीं कर पाई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में धर्मशाला को दूसरी राजधानी का दर्जा दिया गया था और यहां सरकार के मंत्री बैठा करते थे लेकिन बीजेपी के कार्यकाल में यह सबकुछ न के बराबर हो गया है।
उन्होंने प्रदेश सरकार से सवाल करते हुए कहा कि धर्मशाला को जो दूसरी राजधानी का दर्जा दिया गया था प्रदेश सरकार उसके उपर क्या काम कर रही है। और सरकार यहां कौन-कौन से विभाग ट्रांसफर कर रही है और कब इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करे। साथ ही यहां जो प्रोजेक्ट चालू थे उनकी क्या स्थिति है। सरकार बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए कौन-कौ सी नीतियां अपनाई जा रही हैं। पर्यटन और छोटे कारोबारी जिनका कारोबार ठप्प हो चुका है । सरकार उनके कारोबार को फिर से कैसे पटरी पर लाएगी इसको सार्वजनिक करे। जब इन सब मामलों पर जब सरकार अपना स्पष्टीकरण देगी उसके बाद ही हम अपना अगला कदम उठाएंगे।
वहीं, पूर्व मंत्री ने मंदिरों को खोलने को लेकर पूछे गए सवाल के जबाव में कहा कि जब सरकार ने बाकि सभी चीजों में छूट दे दी है तो मंदिरों में भी छूट देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मंदिरों में जाने की छूट दी जाने चाहिए।