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नगरोटा-जनसभा में बाली की हुंकार, ‘शिंदे साहब तय करें क्या होगी पार्टी की दिशा’

बिट्टू सूर्यवंशी |

नगरोटा जनसभा में परिवहन मंत्री जीएस बाली ने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सुशील कुमार शिंदे की मौजूदगी में धमाकेदार भाषण दिए। इस दौरान उन्होंने खुले तौर पर अपने मन की बात रख दी। उन्होंने कहा कि जिस तरह का जनसमर्थन उनके साथ है और जिस तरह की कार्यशैली उन्होंने पेश की है उसके मद्देनज़र प्रदेश प्रभारी आगे की नीति तय स्पष्ट कर दें। 

जीएस बाली इस दौरान पूरे रंग में दिखे। उन्होंने अपने भाषण में ना सिर्फ कांग्रेस के एक गुट पर जमकर हल्ला बोला बल्कि खुद के किए गए कामों का भी ब्यौरा पेश किया। उन्होंने साफ-साफ लहजे में कहा कि पार्टी के भीतर जो मेहनत करता है उसे पीछे धकेल दिया जाता है और जो सिर्फ नाम चमकाने का काम करते हैं उन्हें तरजीह मिलती है। लेकिन, कांग्रेस पार्टी की भलाई के लिए इस कवायद को रोकना होगा।

पार्टी से सरकार बनती है, सरकार से पार्टी नहीं: जीएस बाली 

अपने भाषण के दौरान जीएस बाली ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को आड़े हाथों ले लिया। सुक्खू और सीएम विवाद पर बोलते हुए उन्होंने अपना रुख साफ कर दिया। जीएस बाली ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष की गरीमा वैसे ही है जैसे पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और प्रदेश प्रभारी सुशील कुमार शिंदे का है। लिहाजा पार्टी के वरिष्ठ लोगों को प्रदेश अध्यक्ष का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार पार्टी की वजह से है, ना कि पार्टी सरकार की वजह से।

'जीएस बाली जो कहता है वो करता है'

जीएस बाली ने तल्ख लहजे में अपने ही सरकार के कुछ साथियों को निशाने पर ले लिया। उन्होंने कहा कि कई बार मेरी मेहनत पर पानी फेरने का काम किया जाता रहा है, लेकिन जनता के आशीर्वाद से मैं हमेशा विजयी होता रहा हूं। उन्होंने बेरोजगारी भत्ते पर भी पार्टी के भीतर राजनीति करने वालों पर तंज कसा। जीएस बाली ने कहा कि कैबिनेट में बेरोजगारों को भत्ते के लिए सेल्फ अटेस्ट करने की बात पारित हुई थी, लेकिन किसी के साजिश की वजह से उसमें तहसीलदार का ठप्पा लगाने का प्रावधान बना दिया गया। आज बेरोजगार युवा तहसीलदार के दफ्तर के सामने चक्कर काटने के लिए मजबूर हैं। यह काम किसने किया इसकी पड़ताल की जाए और युवाओं को तुरंत न्याय दिया जाए। 

मैंने दिन-रात एक करके लोगों की सेवा है कि ऐसे में मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। उन्होंने कहा कि नगरोटा बगवां के कार्यकर्ताओं का नारा है कि 'काम किया है काम करेंगे, झूठे वादे नहीं करेंगे'…हमने इस नारे का हमेशा मान-सम्मान रखा है।

'मुख्यमंत्री के क्षेत्र में भी काम कराया है'

शिंदे से मुखातिब होते हुए जीएस बाली ने कहा कि उनके ऊपर सिर्फ नगरोटा बगवां क्षेत्र के लोगों की मदद का आरोप लगता है। जबकि, सच्चाई यह कि मैंने हर किसी के क्षेत्र में आटीआई, उच्च शिक्षण संस्थान, वर्ल्ड-क्लास बस अड्डा और लग्जरी बसों की सर्विस दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का हवाला देते हुए कहा कि उनके क्षेत्र में भी मैंने अपने मंत्रालय की तरफ से बराबर का विकास कराया है। 

जीएस बाली ने मंच से दावा किया कि वह सिर्फ नगरोटा बगवां ही नहीं बल्कि कांगड़ा जिला समेत पूरे हिमाचल के लोगों से मिलते हैं और उनकी सुख-दुख का हिस्सेदार बनते हैं।

'जिनके घर शीशे के हों, वो दूसरों पर पत्थर नहीं मारते' 

इस दौरान जीएस बाली का शायराना अंदाज भी देखने को मिला। अपने तल्ख मिजाज को उन्होंने कुछ शायराना ढंग में अपने ही पार्टी के नेताओं पर व्यंग किया। जीएस बाली ने कहा कि मेरे ऊपर भीतर खाने से कींचड़ उछालने की कोशिश चलती रहती है। लेकिन, 'हमने भी देखा है उन्हें आते-जाते उन गलियों में.' आगे उन्होंने कहा कि 'कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना.'

जीएस बाली ने कहा कि उनके ऊपर कींचड़ उछालने वाले कभी उनके काम की नकल नहीं कर पाए। लेकिन, जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरों पर पत्थर नहीं मारा करते हैं।

कुल मिलाकर जीएस बाली ने अपने भाषण में इतने आक्रामक दिखे। बिना नाम लिए उन्होंने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह खड़े किए। इस दौरान देखा जाए तो उन्होंने शिंदे के सामने एक तरह का अल्टीमेटम भी पेश कर दिया कि आप इस मामले में जल्द ठोस फैसला लें।