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गुड़िया के परिजनों को काटने पड़ रहे कोर्ट के चक्कर, दोबारा की जाए मामले की जांचः शांता कुमार

मृत्युंजय पुरी |

पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने महिला सुरक्षा और देश में बेटियों के प्रति बढ़ रहे अपराधों को लेकर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में निर्भया और हिमाचल के कोटखाई में गुड़िया जैसे शर्मनाक कांड के बाद पूरे भारत में बेटियों के साथ बलात्कार का अत्याचार प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। पूरे देश के लिए इससे अधिक शर्म की और कोई बात नहीं हो सकती। गुडिया का पूरा परिवार विवश होकर अदालतों के चक्कर लगा रहा है। पूरा परिवार और गांव के लोग बड़े विश्वास के साथ यह कह रहे हैं कि गुड़िया के असली अपराधी आज भी खुलेआम घूम रहे हैं।

उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से विशेष आग्रह किया कि गुड़िया के परिजनों के दिल की पीड़ा को समझ कर एक बार न्याय दिलवाने की एक और कोशिश सरकार अवश्य करे। भले ही इस मामले में सीबीआई भी खाली हाथ लौट गई थी। अनुमान यह है कि पुलिस के बड़े अधिकारियों ने किसी बड़े नेता के कहने पर सबूतों को इतने वैज्ञानिक तरीके से खत्म किया कि सीबीआई को भी कुछ हाथ न लगा। अपराध विज्ञान का यह सिद्धान्त है कि हर अपराध अपने पीछे कोई निशानी अवश्य छोड़ता है और उसकी तलाश करने वाला चाहिये।

सरकार एक बार उन सब कथित अपराधियों को पकड़ कर सभी संभव सच्चाई का पता लगाने की कोशिश करे। उस परिवार को न्याय दिलवाना भी आवश्यक है। इतना ही अधिक आवश्यक यह भी है कि उन्हें यह भरोसा हो जाए कि उनकी अपनी प्रदेश सरकार ने सभी संभव प्रयत्न कर लिये। उन्होंने सुझाव दिया है कि सरकार अत्यन्त योग्य ईमानदार कुछ अवकाश प्राप्त और कुछ वर्तमान पुलिस अधिकारियों की एक विशेष जांच समिति का गठन करके और उस परिवार को न्याय दिलवाये। शांता कुमार ने गुड़िया परिवार को विश्वास दिलाया कि पूरे हिमाचल की जनता उनके साथ है।