कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीएस बाली के निधन का उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को ऐसा सदमा पहुंचा कि उनका दुःख पूरी दुनिया के सामने ट्विटर पर छलक पड़ा। अपने दोस्त की प्रतिभा को अच्छी तरह जानने वाले हरीश रावत ये तक कह गए कि बाली मुख्यमंत्री के दावेदार थे।
अपने तीन ट्वीट के बयान को हरीश रावत ने सेवादल के समय से उनकी दोस्ती को याद करते हुए शुरू किया। उन्होंने कहा “मेरे अभिन्न मित्र, लंबे समय तक हम राजनीति में साथ-साथ रहे, सेवादल से लेकर कांग्रेस तक की इस यात्रा में साथ थे और अचानक #GSBali हमारा साथ छोड़कर चले गये, वो कुछ दिनों से रुग्ण थे, किडनी ट्रांसप्लांट के फेलियर की वजह से उनका देहावसान हो गया है।”
फिर हरीश रावत ने बाली जी और उनके परिवार के कांग्रेस के प्रति समर्पण का उल्लेख किया और कहा “मुझे उनके इस तरीके से चले जाने का बहुत गहरा दु:ख है, वो हिमाचल में पार्टी के एक स्तंभ थे। हम कभी ये सोचते थे कि यह व्यक्ति पार्टी का मुख्यमंत्री पद तक पहुंचेगा, पूरा परिवार उनका कांग्रेस के लिए समर्पित था।”
अंत में रावत ने अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुए लिखा “बाली तुम जहां कहीं हो, लेकिन हम सबको बहुत याद आओगे। मैं अपनी शोक संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार तक प्रेषित करता हूं। भगवान उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें। “ॐ शान्ति”
हरीश रावत जैसे कद्दावर नेता की ये प्रतिक्रिया दर्शाती है कि जीएस बाली सिर्फ हिमाचल के लोगों में ही नहीं बल्कि पूरे देश में जिन्होंने उन्हें जाना उनके दिल पर राज करते थे।