ऊना विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती चौथी बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं, कांग्रेस ने भी एक बार फिर से सतपाल रायजादा अपना दांव खेला है। कांग्रेस के पूर्व विधायक वीरेंद्र गौतम के बेटे और कांग्रेस नेता राजीव गौतम भी बतौर निर्दलीय चुनावी दंगल में कूद चुके है।
फिलहाल ऊना से एक अन्य आजाद उम्मीदवार के साथ साथ बसपा ने भी अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। ऊना में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है और जनसमर्थन पाने के लिए सभी प्रत्याशी जनता से बड़े-बड़े दावे और वादे कर रहे हैं।
ऊना सदर विधानसभा क्षेत्र प्रदेश की उन हॉट सीटों में शुमार है, जहां से राजनितिक दलों के दिग्गज अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती पिछले तीन चुनावों से इस हल्के में जीत दर्ज करते आ रहे हैं। सत्ती चौका लगाने के लिए चुनाव मैदान में रोजाना नुक्क्ड़ सभाएं कर जनता को कांग्रेस की 5 साल की नाकामियां और केंद्र सरकार की जनहितेषी नीतियां गिना रहे हैं।
पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी अध्यक्ष को कड़ी टक्कर देने वाले सतपाल रायजादा को कांग्रेस ने फिर से मैदान में उतारा है। सतपाल रायजादा भाजपाध्यक्ष सतपाल सत्ती पर 15 साल में क्षेत्र का विकास न करवा पाने के आरोपों के साथ जनता के बीच घूम रहे हैं।