हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव के बीच बगावत और पार्टी विरोधी गतिविधियां बीजेपी और कांग्रेस के गले की फांस बनी हुई है। इसी कड़ी में जुब्बल कोटखाई का रण बीजेपी के लिए आसान नहीं है। चेतन बरागटा जो कि बीजेपी से टिकट के दावेदार थे, अब वो आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी के कई नेता और कार्यकर्ता चेतन को अंदर ही अंदर समर्थन कर रहे हैं।
इसकी संभावना भांपते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप ने जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र के संगठन में अनुशासनहीनता के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने पार्टी विरोधी गतिविधियों का संज्ञान लेते हुए 13 नेताओं को बीजेपी मंडल से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
बीजेपी ने मंडल अध्यक्ष गोपाल जवैईक, मंडल महामंत्री सतीश पिरटा, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य यशवीर जस्टा, युवा मोर्चा महासू के जिला अध्यक्ष अंकुश चैहान, युवा मोर्चा महासू के जिला महामंत्री सुशील कदशोली, युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य संदीप गांगटा, विशेष आमंत्रित सदस्य जिला महासू रविंद्र चैहान, मंडल उपाध्यक्ष जुब्बल-कोटखाई अशोक जस्टा, जिला उपाध्यक्ष जिला महासू देवेंद्र श्याम, मंडल उपाध्यक्ष रामप्रकाश गईठा, मंडल कार्यसमिति सदस्य चेतन कडैइक, राजेश चैहान और अनिल काल्टा को पार्टी ने निष्कासित कर दिया है।
इन नेताओं पर बीजेपी प्रत्याशी नीलम सरैईक के खिलाफ प्रचार करने और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगा है।